राहुल गांधी ने हड़पी अमेठी में 350 एकड़ जमीन-कुमार विश्वास

अमेठी। अमेठी है आपकी, नहीं किसी परिवार की, यह नारा बुलंद करने वाले 'आप' पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने अमेठी लोकसभा से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी की गौरीगंज स्थित सम्राट साइकिल की 350 एकड़ भूमि को अपने नाम कराकर राजीव गांधी फाउंडेशन को सौंप दी है।
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'वंशवाद और भ्रष्टाचार, नहीं सहेंगे हम इस बार' के नारे के दम पर अमेठी लोकसभा चुनाव लड़ने वाले कुमार विश्वास यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि मोदी और राहुल में गुप्त समझौता हुआ है। राहुल ने मोदी को बनारस में जीतने के लिए वाकओवर दिया है, वहीं मोदी ने अमेठी में राहुल के खिलाफ टेलीविजन अभिनेत्री स्मृति ईरानी को भेजा है, एक राज्यसभा सदस्य को लोकसभा चुनाव लड़ने में भला क्या दिलचस्पी होगी।

कुमार विश्वास का मानना है कि 'आप' पार्टी कांग्रेस की 'बी' टीम नहीं है। उन्होंने स्वयं के और अरविन्द केजरीवाल के बीच किसी प्रकार के मतभेद की बात अस्वीकार कर दी और कहा कि यह कहना गलत है कि केजरीवाल ने उन्हें अमेठी भेजकर बलि का बकरा बना दिया। कुमार विश्वास ने कहा कि पहले तो मैं अरविन्द केजरीवाल से बड़ा सेलीब्रिटी था किन्तु आज अरविन्द नायक हैं।

मैं राष्ट्रवादी हिन्दू हूं, इसलिए... पढ़ें अगले पेज पर...


एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कुमार विश्वास ने कहा कि अमेठी से चुनाव लड़ने का फैसला उनका स्वयं का नहीं था। 'आप' पार्टी के नेता मनीष सिसौदिया के कहने पर वे अपने आप को अमेठी से लड़ने से रोक नहीं सके। उन्होंने कहा कि उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं हैं। कुमार विश्वास ने कहा कि वे राष्ट्रवादी हिंदू हैं और उन्हें आरएसएस का अनुशासनप्रिय है, किन्तु आरएसएस की वैचारिक नीति से वे असहमत हैं।

कुमार विश्वास ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों में उन्होंने भाजपा नेता राजनाथसिंह को वोट दिया था। वे यह बात कहने से भी नहीं हिचकिचाते कि उनकी मोदी से बातें होती है। उन्होंने कहा कि उनका व्यक्तित्व द्वैत का शिकार है। कुमार विश्वास का मानना है कि इस बार देश में गठबंधन की सरकार बनेगी जो अपना कार्यकाल पूरा नही कर सकेगी। वर्ष 2016-17 में दोबारा लोकसभा के चुनाव होंगे।

कुमार विश्वास पूरे रौ में थे। इस संवाददाता से अपने चुनाव कार्यालय में एक में विशेष बातचीत में कुमार विश्वास ने कहा कि राहुल का अमेठी में कोई घर नहीं, कहते हैं पूरी अमेठी हमारी। स्थानीय लोग उनसे मिल नहीं सकते, सांसद निधि पूरी खर्च नहीं की, केंद्रीय योजनाओं में भ्रष्टाचार, लोकसभा में न्यूनतम उपस्थिति, राहुल जनता के साथ बराबर धोखा कर रहे हैं। अमेठी सबसे पिछड़े 5 जिलों में शुमार है। अमेठी में शिशु मृत्यु दर सर्वाधिक है। अशिक्षा, बेरोजगारी और पिछड़ेपन से पीड़ित है अमेठी।

राहुल की छाती पर मूंग दलने की बात क्यों बोली कुमार ने... पढ़ें अगले पेज पर....


कुमार विश्वास कहते हैं कि अब तक अमेठी में अच्छी सड़कें क्यों नहीं बनी। 24 घंटे बिजली क्यों नहीं, गांवों में शौचालय हैंडपंप क्यों नहीं, बच्चों को पौष्टिक भोजन क्यों नहीं, रोजगार क्यों नहीं, सरकारी राशन क्यों नहीं, लाल और गीली चीनी क्यों।

कुमार विश्वास ने कहा कि वे पिछले कई माह से अमेठी में हैं। उन्होंने अमेठी मे झाड़ू चलाओ- बेईमान भगाओ यात्रा आयोजित की। यह यात्रा 40 दिनों की थी। इन 40 दिनों में उन्होंने 40 रातें गांवों में चौपाल लगाई और अमेठी में लगभग 1000 गांवों से होकर यह यात्रा गुजरी थी।

कुमार विश्वास ने कहा कि वे अमेठी छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे, वे यहीं रहकर राहुल की छाती पर मूंग दलेंगे। कुमार विश्वास को विश्वास है कि वे अमेठी से लोकसभा चुनाव जरूर जीतेंगे। यदि हार गए तो क्या? इस प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि शहजादे से हार गया तो क्या? जीता तो सिकंदर भी था फिर क्यों हम पोरस को याद करते हैं।

कुमार विश्वास ने कहा कि उन्होंने संकल्प लिया है अब वे अमेठी छोड़कर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे 700 किलोमीटर दूर से यहां आए हैं। अमेठी आकर अंडे-डंडे लाठियां, खाईं किन्तु यहां आकर अब विश्वसनीयता पैदा करनी है, इसीलिए उन्होंने अपनी पत्नी डॉ. मंजू शर्मा और दोनों बच्चों को अमेठी बुला लिया है। अमेठी में किराए का मकान ले लिया है और दोनों बच्चों का एडमिशन भी यहीं करा दिया है। अमेठी में ही महमूदपुर गांव में जमीन भी ले ली है। जिस पर वे मकान बनाकर रहेंगे।

किसके पैसे से चुनाव लड़ रहे हैं विश्वास... पढ़ें अगले पेज पर...


कुमार विश्वास ने कहा कि 'आप' ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कोई पैसा नहीं दिया है। उन्होंने अपने समर्थकों से 10-12 लाख रुपए चुनाव लड़ने के लिए जुटाए हैं। अमेठी के अरविन्दसिंह ने उन्हें मात्र एक रुपए में चुनाव कार्यालय हेतु जगह दी है।

कुमार विश्वास का मानना है कि सामाजिक आंदोलनों की देश में जितनी इज्जत है, उतनी राजनीतिक आंदोलनों की नहीं। वे कहते हैं कि देश की राजनीति में लाल बहादुर शास्त्री और अटलबिहारी वाजपेयी की जितनी इज्जत है उतनी किसी की नहीं।

कुमार विश्वास ने कहा कि आप पार्टी को दिल्ली सरकार से त्यागपत्र देकर चूक यहां हो गई कि यदि जब जन लोकपाल बिल लागू नहीं हो पा रहा था तो उसे और रेखांकित करना था। उन्होंने कहा कि हमारी पहली ऐसी सरकार है, जिसके गिरने का दुख आम जनता को है। कुमार विश्वास पार्टी नेता प्रशांत भूषण की कश्मीर में जनमत संग्रह की राय से असहमत हैं, उनका कहना है कि यह उनकी निजी राय थी।

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