'तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान। भीलन लूटी गोपियां, वही अर्जुन वही बाण॥' अर्थात समय बड़ा बलवान होता है। महाभारत के युद्धक्षेत्र में अपने धनुष से जौहर दिखाने वाले अर्जुन एक समय भीलों से गोपियों को भी नहीं बचा पाए। आज कुछ-कुछ यही स्थिति गुजरात में नरेन्द्र मोदी की भी हो गई।
जिन नरेन्द्र मोदी के लिए वहां की जनता पलक पावड़े बिछाती थी। उनकी एक झलक के लिए हजारों-लाखों की संख्या में लोग जुट जाते थे। लेकिन मोदी का बड़ौदा दौरा कुछ अलग ही रहा। यहां उन्हें देखने के लिए भीड़ तो थी, लेकिन इसी भीड़ से एक महिला ने प्रधानमंत्री के वाहन पर विरोध स्वरूप चूड़ियां फेंक दीं। पुलिस ने उस महिला को हिरासत में ले लिया, लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि मोदी के प्रति किस बात को लेकर वह महिला नाराज थी।
हालांकि यह भी माना जा सकता है कि राज्य में इस समय चुनावी माहौल है और यह विरोध भी चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है, क्योंकि इन दिनों गुजरात में भाजपा पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। चुनाव की तारीखें देर से घोषित करने को लेकर भी विपक्ष ने केन्द्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला था।
इसमें कोई संदेह नहीं कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद मोदी सरकार के खिलाफ माहौल देखने को मिल रहा है। लोग खुले तौर पर तो नहीं लेकिन दबी जुबान में जरूर इन फैसलों का विरोध कर रहे हैं। विपक्ष इस पूरे माहौल को अपने पक्ष में भुनाने के लिए पूरी तरह मुखर हो गया है।
नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ यह माहौल सतही है या इसमें दम है यह तो आने वाला वक्त या फिर गुजरात विधानसभा चुनाव का परिणाम ही बताएगा, लेकिन हाल ही में जो ओपिनियन पोल आए हैं, उनके परिणाम देखकर तो नहीं लगता कि गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी। हालांकि हो सकता है कि पिछली बार की अपेक्षा उनकी सीटें कम हो जाएं, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि भाजपा के लिए यह चिंता की बात जरूर है।