उत्सव के उदृघाटन के मौके पर टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजोय रॉय ने कहा, महिंद्रा कबीर उत्सव कबीर के दृष्टिकोण का परम चित्रण है। साथ ही वाराणसी शहर के गहन सांस्कृतिक जीवन की कहानी भी है। उत्सव का यह संस्करण आकर्षक कार्यक्रमों के माध्यम से शहर से गहरा जुड़ाव अनुभव कराएगा जो कि उपस्थित दर्शकों के लिए यादगार होगा।
यह दर्शकों को काशी के गली कूचे, रोज़मर्रा की ज़िन्दगी, लोकप्रिय स्मारक और शहर की अनोखी परम्पराओं और व्यंजनों का अनुभव कराएगा। कल आभा डाल्मिया वाराणसी की बुनाई और बुनकारों पर एक वार्ता पेश करेंगी। अंकित चड्ढा द्वारा परंपरागत दास्तांगोई गायन आयोजित किया जाएगा।
इसके अलावा दिन में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें महेशा राम, बिन्दु मालिनी और वेदांत, हरप्रीत सिंह, नाथूलाल सोलंकी, रश्मि अग्रवाल और विष्णु मिश्रा की प्रस्तुतियां एवं वार्ताएं होंगी। इस उत्सव का पटाक्षेप 12 नवंबर को असी घाट पर गायक कैलाश खेर की प्रस्तुति के साथ होगा। (भाषा)