इन न्यूट्रिशन की कमी के कारण होती है क्रेविंग
1. Pica: क्या आपको भी मिट्टी, बत्ती स्लेट पेंसिल, कॉर्न स्टार्च या बर्फ जैसे non-nutritive तत्व खाने का मन करता है? इस कंडीशन को pica कहते हैं जिसमें व्यक्ति को इन तत्व की क्रेविंग होती है। यह कंडीशन प्रेग्नेंट महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है। इस कंडीशन में आयरन, कैल्शियम और जिंक की कमी होती है। इस कारण से इन तत्व की क्रेविंग बढ़ जाती है।
2. मीठा खाने की क्रेविंग: अगर आपको मीठा खाने की क्रेविंग होती है। और मीठा खाने के बाद आपको अच्छा लगता है, साथ ही आपका मूड लिफ्ट हो जाता है तो आपको मैग्नीशियम की कमी है। मैग्नीशियम की कमी होने के कारण मीठा खाने का मन करता है। साथ ही क्रेम्प्स, खराब मूड, एंग्जायटी और फटीग जैसी समस्या भी होती है।
3. फास्ट फूड की क्रेविंग: फास्ट फूड स्वाद में बहुत टेस्टी होते हैं पर आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी है। फास्ट फूड की क्रेविंग बहुत आम है। यह महिला और पुरुष दोनों में होती है। omega-3 की कमी के कारण आपको फास्ट फूड की क्रेविंग होती है। इसकी कमी के कारण आपको चीजी, फैटी फूड और कार्बोहाइड्रेट वाले फूड खाने का मन करता है।
4. मीट की क्रेविंग: कई लोग नॉन वेज खाना नहीं छोड़ पाते हैं। साथ ही कई लोगों को मीट खाने की भी बहुत क्रेविंग होती है। यह लक्षण विटामिन B12 की कमी के कारण हो सकते हैं। विटामिन B12 की कमी के कारण मीट की क्रेविंग, शरीर में एनीमिया और लो एनर्जी होती है।
5. कोल्ड ड्रिंक की क्रेविंग: बच्चों को कोल्ड या सॉफ्ट ड्रिंक बहुत पसंद होती है। साथ ही महिलाओं को पीरियड्स के समय भी कोल्ड ड्रिंक की क्रेविंग होती है। यह क्रेविंग कैल्शियम और मैग्नीशियम की कमी के कारण होती है। इन तत्व की कमी के कारण ठंडी कोल्ड ड्रिंक्स पीने का मन करता है। आप इस क्रेविंग को कम करने के लिए अपनी डाइट में कैल्शियम और मैग्नीशियम रिच फूड शामिल करें।