Tongue Signs Of Health Problems : आपने अक्सर सुना होगा कि जीभ देखकर बीमारी का पता लगाया जा सकता है। यह एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति, आयुर्वेद, का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है। आयुर्वेद में जीभ को शरीर की "आंतरिक स्थिति" का दर्पण माना जाता है। ALSO READ: ये 7 फास्ट फूड सेहत के लिए हैं सबसे ज्यादा खतरनाक! जानें कैसे रहें हेल्दी
जीभ की बनावट और रंग:
जीभ की बनावट और रंग शरीर के अंदर चल रहे बदलावों का संकेत दे सकते हैं।
1. सामान्य जीभ : एक स्वस्थ जीभ गुलाबी रंग की होती है, हल्की नमी वाली होती है, और उस पर कोई कोटिंग नहीं होती है।
2. सफेद कोटिंग : जीभ पर सफेद कोटिंग पाचन तंत्र में समस्याओं का संकेत दे सकती है, जैसे कब्ज, अपच, या खराब पाचन।
4. भूरी कोटिंग : भूरी कोटिंग आंतों में संक्रमण या विषाक्त पदार्थों के जमा होने का संकेत दे सकती है।
5. लाल जीभ : लाल जीभ शरीर में गर्मी, सूजन, या खून की कमी का संकेत दे सकती है।
6. सूजी हुई जीभ : सूजी हुई जीभ विटामिन की कमी, एलर्जी, या संक्रमण का संकेत दे सकती है।
7. दागदार जीभ : जीभ पर दाग या छेद होने से शरीर में कुछ खास बीमारियों का पता चल सकता है।
जीभ के माध्यम से बीमारी का पता लगाने की सीमाएं:
हालांकि जीभ देखकर बीमारी का पता लगाना एक प्राचीन पद्धति है, लेकिन यह एक पूर्ण निदान नहीं है। जीभ पर दिखने वाले लक्षण कई अन्य कारणों से भी हो सकते हैं, जैसे खाने की आदतें, दवाओं का सेवन, या मौसम।
क्या करें?
यदि आपको अपनी जीभ में कोई असामान्यता दिखाई देती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा है। डॉक्टर आपकी जीभ का निरीक्षण करेंगे, आपका मेडिकल इतिहास जानेंगे, और जरूरत पड़ने पर अन्य जांचें करवाएंगे।
जीभ देखकर बीमारी का पता लगाना एक पारंपरिक पद्धति है, लेकिन यह एक पूर्ण निदान नहीं है। यदि आपको अपनी जीभ में कोई असामान्यता दिखाई देती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा है। डॉक्टर आपके लक्षणों का सही कारण पता लगा सकते हैं और आपको उचित इलाज दे सकते हैं।
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।