स्त्रियों के साज-श्रृंगार का वर्णन- गांव की स्त्रियां अपनी सामर्थ्य के अनुसार हाथ में कड़े, गले में सांखली, कमर में कंदोरा, पांव में पायजेब, कर्णफूल, रखड़ी, गले में ठुस्सी और माला, हाथों में चूड़ा, बाजरी, उंगलियों में बींटी, माथे पर झेला पहनकर और गोटा लगी लुगड़ा-ओढ़नी पहन वे सभी स्वर्ग की अप्सराओं को मात दे रही थीं।