लघुकथा : तोता-मैना

प्रज्ञा पाठक
तोता और मैना अपनी मधुर प्रेमवार्ता में तल्लीन थे।
 
मैना मान भरे स्वर में बोली-"देखो,शादी के बाद मुझे एक बड़ाssssssssss सा घर बनवा दोगे ना?"
 
तोते ने मनुहार के स्वर में कहा-"प्रिये! हम अपने छोटे-से घर को हमारे अटूट व प्रगाढ़ प्रेम से बड़ा बना 
देंगे।"
 
यह सुनते ही मैना फुर्र से उड़कर दूसरे तोते की बगल में जा बैठी।

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख