आप निश्चित ही समुद्र देखने गए होंगे परंतु आपने समुद्र की आवाज कैसी होती है इस पर शायद ही गौर किया होगा। प्रत्येक समुद्र की आवाज भिन्न है। प्रशांत महासागर को अपेक्षाकृत शांत माना जाता है तो हिन्द महासागर को अशांत। परंतु दोनों की ही आवाज भिन्न भिन्न होती है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि समुद्र की आवाज भी बड़ी विचित्र किस्मी की होती है। आओ जानते हैं कि कैसी होती है समुद्री की आवाजें।
1. कहीं-कहीं समुद्र की चिंघाड़ती हुई आवाज होती है, तो कहीं पर किसी वाद्य यंत्र के बजने जैसी। कहीं पर सांय-सांय, तो कहीं पर हवा का इतना जोर होता है कि हू-हू जैसी आवाज उत्पन्न होती है। वैज्ञानिकों के अनुसार हर समुद्र की आवाज के पीछे कुछ कारण होता है। यह आवाज समुद्र की पहचान होती है।
4. अमेरिका के राष्ट्रीय समुद्रीय और वायुमंडलीय प्रबंधन (एनओएए) पूर्वोत्तर मत्स्य विज्ञान केंद्र मैसाचुसेट्स के प्रमुख शोधकर्ता डेनिस रिस्च ने कहा कि इस ध्वनि संकेत के स्रोत को खोजना मुश्किल था। पिछले कुछ वर्षों में कई सुझाव दिए गए लेकिन कोई भी वास्तव में अब तक यह दिखाने में सक्षम नहीं था कि ये कोई प्रजाति यह आवाज निकाल रही थी।
5. इस अजीब आवाज को पहली बार 50 साल पहले पनडुब्बियों ने पकड़ा था। जिसने भी इसे सुना वह इस बत्तखनुमा आवाज को सुनकर हैरान था। तब से लेकर कई बार पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के पास अंटार्कटिक के पानी में कम आवृत्ति वाली यह ध्वनि रिकॉर्ड की गई। इसके स्रोत को लेकर किसी मछली से लेकर जहाज तक की अटकलें लगाई जा रही थीं।
इसी तरह प्रत्येक समुद्र की आवाज भी रहस्यमयी है। जरूरी नहीं है कि जो आवाज आ रही है वह लहरों या हवाओं की ही हो। यह समुद्र के भीतर गहराई में से आती है और कभी कभी लाखों मछलियों का कोलाहल भी होता है। कई बार व्हेल मछली की आवाज भी समुद्र में दूर तक फैल जाती है और कई बार पक्षियों के झुंड से आवाज निकलकर समुद्र की लहरों से टकराकर एक नई ध्वनि जन्मती है। जो भी हो समुद्र की आवाज हमारी आत्मा को सुकून देती है।