1. सभी जानते हैं कि शराब फल, गन्ने का रस, अंगूर चुकंदर, महुआ, ताड़ी, हनी आदि से बनती है। कई लोग मानते हैं कि इन्हें सड़ा दिया जाता है तब इनकी शराब बनती है। सड़ाने की प्रोसेस में इनमें कीड़े पड़ जाते हैं और यहीं शराब में मिल जाते हैं।
2. शराब में अल्कोहल होता है। इसे दो तरह से यूज किया जाता है। एक तो इंग्रेडियन के रूप में दूसरा फिल्टर करके। इसके अलावा कारमाइन (insect dye carmine) जिसे गाढ़ा लाल रंग प्राप्त किया जाता है। इसके अलावा फिल्टर करने के लिए चारकोल, जिलेटिन का उपयोग भी किया जाता है।
3. बीयर, वाइन या अन्य रिफाइंड शराब - इस तरह की शराब को साफ करने के लिए इजिनग्लास का इस्तेमाल होता है, जो कि मछली के ब्लेडर से बनाया जाता है। दूसरी पेप्सीन (pepsin) जो एक फोमिन सब्सटेंस है जिसको बीयर में यूज किया जाता है जिससे बीयर में झाग आता है। यह जो पेप्सीन है इसे पीग से लिया जाता है। इसके अलावा एल्ब्यूमिन को भी अल्कोहल में यूज किया जाता है जो कि अंडे के व्हाइट हिस्से को सुखाकर बनता है।
4. हालांकि सभी शराब में उपरोक्त चीजें यूज नहीं की जाता है जैसे रम, व्हिस्की, वोदका और ब्रांडी जो डिस्टील स्पिरिट माना जाता है।
6. कोई भी शराब कार्बोहाइड्रेट के बगैर नहीं बनती, और किसी भी मांस में कार्बोहाइड्रेट नहीं होता। कार्बोहाइड्रेट केवल फलों, गन्ने व अनाज मे ही होता है, व उन्ही से शराब बनती है।