Oktoberfest, The Second Largest Fest of The World : कुंभ मेला भारत का एक प्रसिद्ध धार्मिक मेला है जिसे दुनिया का सबसे बड़ा मेला माना जाता है। लाखों श्रद्धालु हर 12 साल में एक बार इस मेले में शामिल होते हैं। इस साल इस धार्मिक मिलेगा आयोजन प्रयागराज में हो रहा है 13 जनवरी से शुरू होने वाला यह धार्मिक आयोजन 26 फरवरी तक चलेगा ।
कुंभ विश्व का सबसे बड़ा मेला कहा जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया में किस मेले को कुंभ के बाद दूसरे सबसे बड़े मिले होने का दर्जा मिला है ।आईए जानते हैं कौन सा है यह मेला और इस मेले से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी।
ऑक्टोबरफेस्ट: दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेला
कुंभ मेले के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेला जर्मनी के म्यूनिख में मनाया जाने वाला ऑक्टोबरफेस्ट है। यह एक 16 दिनों का उत्सव है जिसमें बीयर, भोजन और मनोरंजन का भरपूर आनंद लिया जाता है।
ऑक्टोबरफेस्ट का इतिहास
ऑक्टोबरफेस्ट की शुरुआत 1810 में बवेरिया के राजकुमार लुडविग के विवाह के उपलक्ष्य में हुई थी। तब से यह मेला हर साल सितंबर के अंत से अक्टूबर के मध्य तक मनाया जाता है।
ऑक्टोबरफेस्ट में क्या होता है?
ऑक्टोबरफेस्ट में लोग पारंपरिक जर्मन पोशाक पहनते हैं और बड़े-बड़े तंबुओं में बैठकर बीयर पीते हैं। यहां विभिन्न प्रकार के जर्मन व्यंजन भी उपलब्ध होते हैं। मेले में संगीत, नृत्य और अन्य मनोरंजन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
ऑक्टोबरफेस्ट की खासियतें
बीयर: ऑक्टोबरफेस्ट में बीयर पीना सबसे प्रमुख आकर्षण है। यहां विशेष रूप से ऑक्टोबरफेस्ट बीयर परोसी जाती है।
भोजन: यहां परंपरागत जर्मन व्यंजन जैसे कि ब्रेज़ेन, सॉसेज और नूडल्स का स्वाद लिया जा सकता है।
पारंपरिक पोशाक: लोग पारंपरिक जर्मन पोशाक लेदरह (पुरुषों के लिए) और डिरंडल (महिलाओं के लिए) पहनते हैं।
मनोरंजन: मेले में विभिन्न प्रकार के मनोरंजन कार्यक्रम जैसे कि संगीत, नृत्य और परेड आयोजित किए जाते हैं।
भारत और जर्मनी के मेले में अंतर
कुंभ मेला और ऑक्टोबरफेस्ट दोनों ही बड़े मेले हैं, लेकिन इनमें कई अंतर भी हैं। कुंभ मेला एक धार्मिक मेला है जबकि ऑक्टोबरफेस्ट एक सांस्कृतिक मेला है। कुंभ मेले में लोग आध्यात्मिक अनुभव के लिए आते हैं जबकि ऑक्टोबरफेस्ट में लोग मनोरंजन और मस्ती के लिए आते हैं।
कुंभ मेला और ऑक्टोबरफेस्ट दोनों ही दुनिया के सबसे बड़े मेलों में से हैं। दोनों मेलों की अपनी-अपनी खासियतें हैं। कुंभ मेला आध्यात्मिकता का प्रतीक है जबकि ऑक्टोबरफेस्ट जर्मन संस्कृति का प्रतीक है। ऑक्टोबरफेस्ट जर्मन संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह मेला लोगों को एक साथ लाता है और उन्हें जर्मन परंपराओं से जोड़ता है।