टीकाकरण की पहल विशेष रूप से सराहनीय : डॉ. दत्तात्रेयुडु नोरी ने वॉशिंगटन में कहा कि बजट में सर्वाइकल कैंसर के लिए निवारक कार्यक्रमों पर जोर भारत में एक महत्वपूर्ण जन स्वास्थ्य समस्या को हल करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9-14 वर्ष की लड़कियों को टीका लगाने की पहल विशेष रूप से सराहनीय है, क्योंकि यह बीमारी देश में प्रतिदिन 150 से अधिक महिलाओं की जान ले लेती है।
महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे आम कैंसर : चिकित्सा के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए वर्ष 2015 में पद्मश्री से सम्मानित डॉ. नोरी ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर भारत में महिलाओं में पाया जाना वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है जिसके हर साल 85,000 से अधिक नए मामले सामने आते हैं और हर साल इससे लगभग 50,000 मौतें होती हैं। वर्ष 2022 में 14.6 लाख कैंसर के मामले सामने आए थे जिनके वर्ष 2025 में बढ़कर 15.7 लाख होने का अनुमान है।