एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सांसद शेख रोहैल असगर ने नेशनल असेंबली में इस संबंध में सवाल पूछा था। जवाब के मुताबिक वर्ष 2012 में 48 भारतीय प्रवासियों को पाकिस्तान की नागरिकता दी गई। वर्ष 2013 में 75 और वर्ष 2014 में यह 76 रही। वर्ष 2015 में सिर्फ 15 भारतीयों को पाकिस्तान की नागरिकता मिली। वर्ष 2016 में 69 और इस साल 14 अप्रैल तक 15 भारतीय पाकिस्तान की नागरिकता पा चुके हैं।
नागरिकता को लेकर यहां एक बड़ा मामला भी प्रकाश में आया है। मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसर पाकिस्तान में एक ऐसी भारतीय महिला को भी नागरिकता दी गई जिसका नागरिकता के लिए प्रार्थना पत्र 2008 से लंबित पड़ा था। इस महिला ने पाकिस्तानी नागरिक से शादी की थी। पति की मौत के बाद उसके सौतेले बेटों ने उसे घर और संपत्ति से बेदखल कर दिया था। पिछले साल मार्च में पूर्व आंतरिक मामलों के मंत्री चौधरी निसार अली खान के आदेश पर उसे नागरिकता मिल सकी। (एजेंसी)