सहायताकर्मियों का कहना है कि पीने के साफ पानी और शौचालयों की कमी की वजह से बड़ा स्वास्थ्य संकट पैदा हो सकता है। मानसून की भारी बारिश बीमारियों के प्रकोप के खतरे को बढ़ा रही है, वहीं डॉक्टरों का कहना है कि गंभीर डाइरिया के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है, खासतौर पर बच्चों में।
करीब-करीब रोज होती मूसलधार बारिश की वजह से छोटी नहरों का पानी इलाकों में आ जाता है, जहां हजारों लोग रोजाना खुले में शौच करते हैं। वहीं आगे जाकर यही गंदा पानी कुछ लोगों के पीने के पानी का स्रोत है। बांग्लादेश के परोपकारी संगठन एसडीआई के डॉ. आलम उल हक ने कहा कि बारिश होने के कारण मानवीय मल हर तरफ बह रहा है। इससे डाइरिया फैलने का खतरा बहुत ज्यादा है। (भाषा)