इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दो सप्ताह के भीतर तय करेंगे कि ईरान के सैन्य एवं परमाणु कार्यक्रम के विरुद्ध इजरायल के अभियान में शामिल होना है या नहीं। व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप को अभी भी ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर इजरायल और अमेरिका की मांगों के संबंध में कूटनीति का अवसर दिखाई दे रहा है।