उन्होंने कहा, 'हम भारत के साथ कश्मीर समेत सभी लंबित मुद्दों का समाधान सौहार्दपूर्ण तरीके से चाहते हैं।' इस साल की अंतिम ब्रीफिंग की शुरुआत में जकारिया ने कहा, 'हम कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्तावों के भारत द्वारा लगातार उल्लंघन की निंदा करते हैं।'
जकारिया ने कहा कि पाकिस्तान पैदा हो रहे हालात पर नजर रख रहा है और ऐतिहासिक समझौते के किसी उल्लंघन के मामले में अपनी रणनीति पर चलेगा। रेडियो पाकिस्तान ने उनके हवाले से कहा, 'हम सिंधु जल संधि की रूपरेखा के दायरे में भारत की गतिविधियों का मूल्यांकन करेंगे।' संधि के क्रियान्वयन से जुड़े विवाद को सुलझाने के लिए एक मध्यस्थता प्रणाली होने की तरफ इशारा करते हुए जकारिया ने कहा कि इससे जुड़े कई विवाद पहले भी सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाये गए हैं। (भाषा)