टॉर्च लेकर खोज रहे अपनों के शव : गाजा में हमलों का आलम यह है कि कई बच्चे बेघर हो गए हैं, कई मासूमों को नहीं पता है कि अब वे दुनिया में अकेले रह गए हैं। कोई फुटपाथ पर बैठा नजर आ रहा है तो कोई लावारिस भाई अपनी मासूम बहन को नल से टपकता पानी पिला रहा है। उन्हें नहीं पता है कि अब उन्हें कहां जाना है, क्या करना है? आलम यह है कि गाजा में लोग टॉर्च लेकर मलबे में तब्दील हो चुकी इमारतों में अपनों के शव खोज रहे हैं।