ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई अश्वेत महिला देश की किसी बड़ी पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनी हैं। बिडेन ने बुधवार को कहा कि यह दिल को छूने वाला है, काफी उत्साहित करने वाला है। बिडेन अभियान को उम्मीद है कि इससे चुनाव तारीख से पहले अंतिम चरण में चंदे के रूप में बड़ी धनराशि जमा करने को बल मिलेगा।
अब डेमोक्रेट्स भले ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रिपब्लिकन पार्टी द्वारा जुलाई महीने में जुटाए गए 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर की राशि को पीछे नहीं छोड़ सके हों, लेकिन वे इस राशि के करीब पहुंच रहे हैं और ऐसी उम्मीद है कि चंदा इकट्ठा करने में हैरिस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। बुधवार को 77 वर्षीय बिडेन अपने रनिंग मेट हैरिस के साथ पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए। बिडेन ने कहा कि वे दोनों अमेरिका के पुनर्निर्माण और इसके लोगों के बेहतर भविष्य के लिए काम करने को तैयार हैं।
बिडेन ने कहा कि जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कमला तेजतर्रार हैं। वे मजबूत हैं। उनके पास अनुभव है। वे इस देश के मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग की श्रेणी में आने के लिए संघर्ष कर रहे लोगों के लिए एक सिद्ध योद्धा हैं। कमला जानती हैं कि शासन कैसे किया जाता है। यदि हैरिस उपराष्ट्रपति बन जाती हैं तो वे इस पद पर आसीन होने वाली अमेरिका की पहली महिला होंगी और देश की पहली भारतीय-अमेरिकी और अफ्रीकी-अमेरिकी उपराष्ट्रपति होंगी। हैरिस (55) के पिता अफ्रीकी (जमैका से) और मां भारतीय हैं। वे अमेरिका के कैलीफोर्निया से सीनेटर हैं। (भाषा)