इस्तीफे के बाद बयान : ध्यान रखने वाली बात यह है कि पनापा पेपर लीक मामले में पाक सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2017 में नवाज को दोषी माना था और बाद उन्हें प्रधानमंत्री के लिए भी अयोग्य घोषित कर दिया था। साथ ही जीवनभर चुनाव लड़ने के लिए भी अयोग्य ठहरा दिया था। फैसले के मुताबिक शरीफ आजीवन कोई सार्वजनिक पद नहीं संभाल पाएंगे।
शरीफ ने प्रधानमंत्री रहते हुए कभी भी यह स्वीकार नहीं किया, लेकिन पद से हटते और अयोग्य घोषित होने के बाद उन्होंने इस बात को स्वीकार कर ही लिया। इससे भारत के उस दावे की भी पुष्टि होती है कि भारत में आतंकी हमलों के पीछे पाकिस्तान का हाथ है।