हमलावर ब्रेंटन टैरेंट ने 15 मार्च को दो मस्जिदों पर गोलीबारी की थी। इस पूरे हमले को उसने ‘लाइव स्ट्रीम’ किया था, जिसका 44 वर्षीय फिलीप आर्प्स ने बाद में वीडियो साझा किया। बाद में आर्प्स को गिरफ्तार कर लिया गया था। आर्प्स को आपत्तिजनक सामग्री वितरित करने के दो आरोपों का दोषी पाया गया।