रिपोर्ट में कहा गया है कि आमतौर पर उत्तर कोरिया दुनिया के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन हर साल अप्रैल के महीने में करता है लेकिन इस बार उसने यह प्रदर्शन ऐसे समय में किया है जब दुनियाभर के देशों के खिलाड़ी उसके पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया में ओलंपिक खेलों के लिए जुटे हैं।