PM Modi in G7 Summit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के कनानास्किस में G7 आउटरीच सत्र में कहा कि आतंकवाद पर दोहरे मापदंड के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। 22 अप्रैल को हुआ आतंकवादी हमला न केवल पहलगाम पर हमला था, बल्कि हर भारतीय की आत्मा, पहचान और सम्मान पर भी हमला था। यह पूरी मानवता पर हमला था।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। यह उन सभी देशों के खिलाफ है जो लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखते हैं। वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए, हमारे विचार और नीतियां स्पष्ट होनी चाहिए। अगर कोई देश आतंकवाद का समर्थन करता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, ग्लोबल साउथ के देश अनिश्चितता और संघर्षों से सबसे अधिक पीड़ित हैं। वे खाद्य, ईंधन, उर्वरक और वित्त से संबंधित संकटों से सबसे पहले प्रभावित होते हैं। भारत ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं और चिंताओं को विश्व मंच पर लाना अपनी जिम्मेदारी समझता है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने ग्लोबल साउथ की आवाज़ को विश्व मंच पर लाने को अपनी ज़िम्मेदारी के रूप में लिया है। उन्होंने प्रौद्योगिकी के उपयोग को लोकतांत्रिक बनाने और इसे लागू करने में मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में भारत के अनुभव को दोहराया। उन्होंने AI की चिंताओं से निपटने और क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक शासन के मुद्दों को संबोधित करने का आह्वान किया।