फेकल माइक्रोबायोटा ट्रांसप्लांट क्या है : इस तकनीक में किसी स्वस्थ व्यक्ति का मल (स्टूल) लेते हैं। बाद में उसे पानी में डिजॉल्व करते हैं और बड़ी आंत में इंजेक्ट किया जाता है। मध्यप्रेदश में कुछ साल पहले इस तरह का मामला सामने आया था। जिसमें एक महिला का वजन काफी हो गया था, लेकिन इस तकनीक को अपनाने के बाद उसकी स्थिति में तेजी से सुधार होने लगा। इस तकनीक का डायबिटीज और ओबेसिटी के मरीजों पर भी शोध किया जा रहा है।