सिंगापुर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन मंगलवार को यहां ऐतिहासिक शिखर वार्ता के लिए मिले। इस बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाना और कोरियाई प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण है।
ट्रंप और किम के बीच यह मुलाकात सिंगापुर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल सेंटोसा के एक होटल में हुई। ट्रंप ने कहा कि वह वास्तव में काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं, हमारी चर्चा और रिश्ते शानदार होने वाले हैं।
ALSO READ: ट्रंप-किम मुलाकात का क्या है भारतीय कनेक्शन अकेले में मिले ट्रंप और किम : राष्ट्रपति ट्रंप और किम ने पहले 50 मिनट तक अकेले में मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ सिर्फ अनुवादक मौजूद थे। इसके बाद दोनों देशों में प्रतिनिधि स्तर पर बातचीत हुई। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच दूसरी मीटिंग भी खत्म हो गई है। दोनों नेता फिलहाल लंच के लिए जा चुके हैं।
भारतीय मूल के मंत्रियों ने निभाई बड़ी भूमिका : सिंगापुर में भारतीय मूल के दो मंत्री विवियन बालकृष्णन और के. षणमुगम वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
ALSO READ: किम-ट्रंप मुलाकात से चीन को क्या मिलेगा? 70 साल बाद मिले अमेरिका और उत्तर कोरियाई नेता : दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष 70 साल बाद एक-दूसरे से मिले। 1950-55 के कोरियाई युद्ध के बाद दोनों देशों के प्रमुखों की यह पहली मुलाकात है। इस बीच दोनों देशों के संबंध पूरी तरह खत्म रहे।
मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति और एक उत्तर कोरियाई नेता के बीच हो रही यह पहली शिखर वार्ता ट्रंप और किम के बीच कभी बेहद तल्ख रहे रिश्तों को भी बदलने वाली साबित होगी।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक संवाद समिति ने रविवार को कहा था कि किम वार्ता के दौरान परमाणु निरस्त्रीकरण और स्थायी शांति के लिए बातचीत को तैयार हैं। ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि किम के पास इतिहास रचने का एक मौका है। (भाषा)