र्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबांगुली बर्डीमुखामेदोव ने अपने अधिकारियों को आदेश दिया है कि इस गड्ढे में लगी आग को बुझाकर उसे पूरी तरह बंद कर दिया जाए। गुरबांगुली ने यह आदेश गड्ढे से निकलने वाले प्रदूषण के चलते पर्यावरण को होने वाले नुकसान का हवाला देते हुए दिया है। इस गड्ढे को गैस क्रेटर के नाम से भी जाना जाता है, जो 1971 से लगातार धधक रहा है। इस गड्ढे को पूरी तरह से बंद करने के निर्देश 2010 में भी दिए गए थे।
तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबांगुली ने अपने एक बयान में कहा कि इंसनों की गलती के कारण हमारा पर्यावरण दूषित हो रहा है। लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। गड्ढे से निकलने वाली गैस आस-पास के गांव में रहने वाले लोगों की सेहत बिगाड़ रही है। उन्होंने कहा कि हम अपना बेशकीमती संसाधन भी खो रहे हैं। हम इसी मीथेन गैस का उपयोग बेहतरीन ऊजा के रूप में कर सकते हैं।