क्योडो न्यूज के मुताबिक, हत्यारे तेत्सुया यामागामी (41) ने कहा है कि उसने आबे को मारने की साजिश रची थी, क्योंकि उसे लगता था कि पूर्व प्रधानमंत्री का एक खास धार्मिक संगठन से जुड़ाव है। उस धार्मिक संगठन की पहचान नहीं जाहिर की गई है।
द जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक निजी स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद यामागामी ने अपनी ग्रेजुएशन ईयरबुक में लिखा था कि उसे जीवन में आगे क्या करना है, इसका उसे कोई अंदाजा नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में यामागामी ने कनसाई की एक फैक्टरी में नौकरी शुरू की थी, लेकिन उसने दो महीने पहले ही नौकरी छोड़ दी थी, क्योंकि वह 'थका हुआ' महसूस कर रहा था।