काबुल। तालिबान आतंकवादियों ने गुरुवार को काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रॉकेट दागे, लेकिन इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। इस हमले ने अफगान राजधानी में सुरक्षा खतरों को जाहिर कर दिया है।
ये रॉकेट हवाई अड्डे के सैन्य ठिकाने की ओर गिरे, जहां नाटो का एक बड़ा ठिकाना है और दुबई, नई दिल्ली तथा इस्तानबुल जैसे शहरों के लिए असैन्य उड़ानों के लिए एक अलग टर्मिनल है।
काबुल पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि एक अज्ञात ठिकाने से काबुल हवाई अड्डे की सैन्य छावनी में तीन रॉकेट गिरे। जिन स्थानों पर रॉकेट गिरे वहां आग लग गई। हवाई अड्डे के प्रमुख मोहम्मद याकूब रासौली ने कहा कि दमकल वाहन आग बुझाने के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि असैन्य विमान प्रभावित नहीं हुए हैं।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एएफपी को भेजे एक ई-मेल संदेश में हवाई अड्डे पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है जिसे हाल के बरसों में कई बार निशाना बनाया गया है।
तालिबान ने कहा है कि हवाई अड्डे पर जान-माल को क्षति पहुंची है और कई विमानों में आग लग गई। गौरतलब है कि आतंकवादी हमलों के प्रभाव को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं। (भाषा)