न्यायिक आयोग करेगा विमान हादसे की जांच

शनिवार, 21 अप्रैल 2012 (23:13 IST)
पाकिस्तान ने शनिवार को निजी यात्री विमान हादसे की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन किया और एहतियात के तौर पर विमानन कंपनी के मालिक को हिरासत में ले लिया है। इस हादसे में 127 लोग मारे गए हैं।

न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा कि भोजा एयर के बोइंग 737-200 विमान दुर्घटना में बिना जांच के किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता। हादसे के बाद सभी यात्रियों के क्षत-विक्षत शवों को इस्लामाबाद में सरकारी अस्पताल ‘पीआईएमएस’ में रखा गया है।

अस्पताल का दौरा करने के बाद गिलानी ने संवाददाताओं से कहा कि कई शवों की पहचान होने के बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। बाकी शव डीएनए जांच के बाद सौंपे जाएंगे, इस प्रक्रिया में थोड़ा वक्त लगेगा। प्रधानमंत्री ने इस विमान हादसे को 28 जुलाई 2010 के बाद राजधानी में हुआ सबसे भयानक हादसा करार दिया है।

28 जुलाई 2010 को एयर ब्लू का विमान खराब मौसम के कारण मारगला की पहाड़ियों से टकरा गया था, हादसे में उसमें सवार सभी 152 लोग मारे गए थे। प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया आने से पहले ही भोजा एयर के मालिक फारुक भोजा को ‘ऐहतियातन हिरासत’ में लिया गया है, उनके देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अधिकारियों ने उनका नाम निकासी नियंत्रण सूची (एक्जिट कंट्रोल लिस्ट) में शामिल कर लिया है।

विमान शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के कुछ देर पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया। खराब मौसम के कारण विमान हुसैनाबाद गांव के एक मैदान में गिर गया। गृहमंत्री रहमान मलिक का कहना है कि इस सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच के बाद ही सुनिश्चित हो पाएगा कि विमान में तकनीकी रूप से कोई समस्या थी या नहीं। (भाषा)

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