दक्षिण चीन सागर में विवादास्पद द्वीपों को लेकर चीन और फिलिपीन की नौसेनाओं के टकराव के बीच सरकार नियंत्रित एक चीनी अखबार ने कहा है कि बीजिंग को प्रतिबंध लगाने के अलावा मनीला के खिलाफ एक छोटे-मोटे युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।
सरकारी अखबार ग्लोबल टाईम्स ने हुआनग्यान द्वीप या स्कारबोरोग शोआल को लेकर दोनों देशों के बीच हाल के टकराव पर अपने संपादकीय में कहा है कि चीन को सागर में फिलिपीन के साथ छोटे मोटे युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।
अखबार ने कहा कि एक बार युद्ध शुरू हो जाए तो चीन को ठोस कार्रवाई करनी चाहिए और दुनिया को स्पष्ट संदेश देना चाहिए कि वह युद्ध तो नहीं चाहता है, लेकिन उससे डरता भी नहीं है। उसने यह भी कहा कि ऐसे युद्ध से यह विवाद खत्म नहीं हो सकता।
उल्लेखनीय है कि चीन और फिलिपीन, वियतनाम, मलेशिया, ब्रूनेई और ताईवान के बीच दक्षिण चीन सागर विवाद हाल के महीनों में तेज हो गया, क्योंकि अमेरिका ने विवाद में छोटे देशों का समर्थन किया।
जब भारतीय और रूसी कंपनियों ने दक्षिण चीन सागर के उन हिस्सों में उत्खनन अनुबंध किया तब चीन ने भारत और रूस का विरोध किया था। यह संपादकीय ऐसे समय में आया है, जब चीन ने अपना सबसे उन्नत मात्स्यिकी गश्ती जहाज विवादित द्वीप पर भेजा है और कहा है कि उसका लक्ष्य द्वीप को फिलिपीन नौसेना की नौकाओं से होने वाली गोलीबारी से बचाना है।
चीन के हेनान प्रांत के तानमेन के स्थानीय अधिकारी डाई युडाओ के अनुसार पिछले 12 साल में दक्षिण चीन सागर में मछली पकड़ते समय 700 से अधिक मछुआरों को पड़ोसी देशों के सशस्त्र बलों के हाथों गिरफ्तारी, लूटपाट, मारपीट और बुरे बर्ताव का शिकार होना पड़ा।
अखबार के मुताबिक हाल ही में चीन की मछली पकड़ने वाली 12 नौकाओं को 10 अप्रैल को फिलिपीन नौसेना को एक नौका के दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। वे उस समय हुआनग्यान द्वीप के समीप खराब मौसम से अपना बचाव कर रहे थे।
इस घटना से दोनों देशों के बीच राजनयिक टकराव पैदा हो गया और चीन ने मनीला से विरोध दर्ज कराया। (भाषा)