चीन ने भारत के साथ सीमा के मुद्दे का बातचीत के जरिए व्यापक समाधान तलाशने की पैरवी करते हुए कहा कि वह अपने पड़ोसी मुल्क के साथ इस समस्या को जल्द दूर करने के लिए सहमति बनाने पर काम करेगा।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियू वेमिन ने कहा कि चीन हमेशा यही मानता है कि दोनों देशों को बातचीत के जरिए ऐसा व्यापक समाधान ढूंढना चाहिए, जो शांति की भावना, मित्रता, समता आधारित विचार-विमर्श, परस्पर सम्मान एवं परस्पर समझ पर टिका हो।
लियू ने अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल जेजे सिंह के एक कथित बयान के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पीटीआई से कहा कि समस्या के समाधान में दोनों देशों का हित है। सिंह ने कथित तौर पर बयान दिया था कि भारत को चीन के साथ सीमा विवाद के मुद्दे पर बातचीत नहीं करने के रुख से आगे बढ़ना चाहिए। अरुणाचल के राजभवन ने बयान जारी कर कहा कि राज्यपाल के बयान को संदर्भ से बाहर करके पेश किया गया है।
लियू ने कहा कि चीन सीमा विवाद को जल्द करने के लिए भारत के साथ सहमति बनाने और बातचीत की प्रक्रिया को तेज करने के लिए काम करेगा। अरुणाचल के राज्यपाल के कथित बयान को चीन की मीडिया ने आश्चर्यजनक ढंग से नहीं उठाया। अमूमन चीन का मीडिया ऐसे मामलों को जोर-शोर से उठाता है। हाल के दिनों में उसका ध्यान अग्नि-5 मिसाइल के परीक्षण पर लगा था।
उधर, यहां के विदेश मंत्रालय के थिंक टैंक ‘चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज’ के उपाध्यक्ष लियू यूफा ने कहा कि चीन राज्यपाल सिंह के बयान को सकारात्मक रूप में लेता है। (भाषा)