नई दिल्ली:लगातार तीन हार से निराश दिल्ली कैपिटल्स की टीम मंगलवार को यहां जब मुंबई इंडियन्स के खिलाफ उतरेगी तो दोनों ही टीमों की नजरें इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में अपने अंकों का खाता खोलने पर टिकी होंगी।दिल्ली ने अपने अभियान की शुरुआत जहां हार की हैट्रिक के साथ की है तो वहीं मुंबई इंडियन्स को भी शुरुआती दो मैच में हार का सामना करना पड़ा है और वह हार की हैट्रिक से बचने की कोशिश करेगा।
अंक तालिका में निचले पायदानों पर चल रही दिल्ली और मुंबई दोनों ही टीमों को संतुलित टीम संयोजन बनाने के लिए जूझना पड़ रहा है। दिल्ली ने अपनी एकादश में लगातार बदलाव किए हैं लेकिन टीम जीत की राह नहीं पकड़ पाई है।
दिल्ली को अपने करिश्माई कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की कमी साफ तौर पर खल रही है। पंत कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। उनकी गैरमौजूदगी में टीम बीच के ओवरों में रन गति में इजाफा करने के लिए जूझ रही है जबकि विकेटकीपर के रूप में उसने पहले मैच में सरफराज खान और बाकी दो मैच में इशान पोरेल को मौका दिया जिन्हें बड़े मुकाबलों में विकेटकीपिंग का अधिक अनुभव नहीं है। सरफराज तो घरेलू स्तर पर भी विकेटकीपिंग नहीं करते।
दिल्ली को अब तक तीनों मैच में एकतरफा हार का सामना करना पड़ा है। उसे पहले मैच में लखनऊ सुपरजाइंट्स ने 50 रन से हराया जबकि अगले मैच में गुजरात टाइटंस के खिलाफ छह विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी। पिछले मैच में रॉयल्स के खिलाफ भी टीम को 57 रन की करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।
कप्तान डेविड वार्नर (तीन मैच में 158 रन) अच्छी फॉर्म में नजर आ रहे हैं लेकिन वह अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप बल्लेबाजी नहीं कर पाए हैं और अब तक सिर्फ 117 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाए हैं। उनके सलामी जोड़ीदार पृथ्वी साव (12, 7 और शून्य) अब तक तीन मैच में सिर्फ 19 रन बना पाए हैं। टीम ने मध्य क्रम में सरफराज, मिशेल मार्श, रोवमैन पावेल, रिली रोसेयु, ललित यादव, मनीष पांडे और अमन हकीम खान जैसे बल्लेबाजों को अपनाया है लेकिन कोई भी अब तक बड़ी पारी नहीं खेल पाया है और टीम को मुंबई के खिलाफ इनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
टीम के पास विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में फिल सॉल्ट को खिलाने का मौका है लेकिन ऐसे में उसे एक अन्य विदेशी खिलाड़ी को अंतिम एकादश से बाहर करना होगा।
टीम की गेंदबाजी भी कमजोर नजर आ रही है। टीम पहले मैच में पांचों भारतीय गेंदबाजों खलील अहमद, मुकेश कुमार, चेतन सकारिया, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल के साथ उतरी लेकिन ये प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। दक्षिण अफ्रीका के तूफानी गेंदबाज एनरिक नोर्किया को टीम ने अगले दो मैच में मौका दिया लेकिन वह भी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। उन्होंने टाइटंस के खिलाफ 39 रन देकर दो विकेट चटकाए जबकि रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने 44 रन लुटाए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
तेज गेंदबाजी में टीम के पास दक्षिण अफ्रीका के लुंगी एनगिडी और बांग्लादेश के मुस्ताफिजुर रहमान का विकल्प है लेकिन विदेशी खिलाड़ियों के संयोजन को लेकर टीम को संतुलन बैठाना होगा।
दूसरी तरफ भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की अगुआई वाली मुंबई की टीम को भी अपने पहले दो मैच में एकतरफा हार का सामना करना पड़ा। उसे पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने आठ विकेट से हराया तो पिछले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स ने सात विकेट से शिकस्त दी।
दिल्ली की तरह मुंबई के भी बल्लेबाज और गेंदबाजों दोनों नाकाम रहे हैं। टीम के बल्लेबाज क्रम में रोहित के अलावा इशान किशन, सूर्यकुमार यादव, कैमरन ग्रीन, टिम डेविड और तिलक वर्मा जैसे प्रभावी नाम शामिल हैं। लेकिन आरसीबी के खिलाफ तिलक वर्मा की नाबाद 84 रन की पारी को छोड़ दें तो दो मैच में उसका कोई बल्लेबाज 35 रन के आंकड़े को भी नहीं छू पाया।
जसप्रीत बुमराह के बाहर होने और जोफ्रा आर्चर के लय में नहीं होने से मुंबई की तेज गेंदबाजी कमजोर हुई है। जेसन बेहरेनडोर्फ, ग्रीन, आर्चर और अरशद खान विरोधी बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर पाए हैं जबकि स्पिन विभाग में पीयूष चावला, ऋतिक शौकीन और कुमार कार्तिकेय को भी विकेट हासिल करने के लिए जूझना पड़ा है।