पिछले मैचों में काफी समय से विकट नहीं लेने वाले अनुभवी रविचंद्रन अश्विन ने 19 रन देकर दो विकेट प्राप्त किये। उन्होंने लगातार गेंदों पर कैमरून ग्रीन (27) और ग्लेन मैक्सवेल (0) के विकेट लेकर अच्छी गेंदबाजी की जिसके बाद आवेश खान ने 44 रन देकर तीन विकेट झटके।
राजस्थान रॉयल्स के लिए गेंदबाजी के अलावा क्षेत्ररक्षकों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया जिसमें विशेष रूप से रोवमैन पावेल शामिल थे। पावेल ने दो शानदार कैच लपके जिससे आरसीबी की रन गति पर लगाम कसी।
पावेल ने पावरप्ले में बोल्ट की गेंदबाजी पर फाफ डुप्लेसी (17 रन) के रूप में शानदार कैच लपका। पावेल डीप मिडविकेट से दौड़कर आये और डाइव करते हुए कैच लपका।
बोल्ट ने अपनी स्विंग और लाइन से बल्लेबाजों की रन गति पर लगाम कसे रखी जिससे बल्लेबाजों को रन जुटाने में परेशानी हुई। बोल्ट जहां दबदबा बना रहे थे, वहीं अन्य गेंदबाज उनकी तरह गेंदबाजी नहीं कर सके।।
संदीप शर्मा ने अपने दो ओवरों में 25 रन दिये जबकि अवेश ने एक ओवर में 17 रन दिए जिससे आरसीबी ने पावरप्ले में एक विकेट पर 50 रन का स्कोर बना लिया।
विराट कोहली लंबी पारी खेलने के लिए बेताब दिख रहे थे, लेकिन युजवेंद्र चहल (43 रन देकर एक विकेट) ने आठवें ओवर में उन्हें स्लॉग स्वीप के ललचाया और उनका विकेट झटक लिया। डीप मिडविकेट पर स्थानापन्न क्षेत्ररक्षक डोनोवन फरेरा ने अपने सिर के ऊपर से एक अच्छा कैच लपका।
कैमरन ग्रीन (27) और रजत पाटीदार (34) अच्छी शुरुआत के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल सके।ग्रीन ने धीमी शुरुआत से उबरने के लिए अश्विन पर एक छक्का और एक चौका लगाया। लेकिन 13वें ओवर में गलत टाइमिंग के कारण इस गेंदबाज की गेंद पर पावेल के हाथों कैच आउट हो गये।
मैक्सवेल का खराब प्रदर्शन जारी रहा और वह अश्विन का शिकार हुए।पाटीदार अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन आवेश की शॉर्ट गेंद पर रियान पराग को कैच देकर आउट हुए।महिपाल लोमरोर ने 17 गेंद में 32 रन की तेज पारी खेलकर आरसीबी की रन गति बढ़ायी।
दिनेश कार्तिक (11) को पगबाधा करार दिया गया लेकिन डीआरएस से इस फैसले को पलट दिया गया। हालांकि रिप्ले से राजस्थान रॉयल्स को यकीन था कि बल्ले और पैड के बीच गैप था लेकिन तीसरे अंपायर को ऐसा नहीं लगा।
फिर सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (45 रन) और रियान पराग (36 रन) की पारियों के बाद शिमरोन हेटमायर (26 रन) और रोवमैन पावेल (नाबाद 16 रन) के महत्वपूर्ण योगदान से आईपीएल के 2008 के शुरूआती चरण का खिताब जीतने वाली टीम ने 19 ओवर में छह विकेट पर 174 रन बनाकर दूसरे क्वालीफायर में जगह बनायी।
यशस्वी (30 गेंद, आठ चौके) और टॉम कोहलर कैडमोर (20) ने पहले विकेट के लिए 46 रन बनाये। लॉकी फर्ग्यूसन ने कैडमोर को बोल्ड कर यह साझेदारी तोड़ी।
जायसवाल और कप्तान संजू सैमसन (17 रन) अच्छी लय में दिख रहे थे। पर कैमरन ग्रीन ने 10वें ओवर में जायसवाल की पारी खत्म की। अगले ही ओवर में सैमसन भी कर्ण शर्मा का शिकार होकर पवेलियन लौट गये।
ध्रुव जुरेल आठ रन बनाकर रन आउट हुए।हेटमायर और पराग ने 16वें ओवर में एक एक छक्का लगाया जिससे इस ओवर में 17 रन बने। हेटमायर ने अपनी पारी में 14 गेंद में तीन चौके और एक छक्के लगाया।
अंतिम दो ओवर में जीत क लिए 13 रन चाहिए थे। पावेल ने फर्ग्यूसन पर दो चौके जड़कर अपनी टीम की जीत पक्की की। पावेल ने आठ गेंद की नाबाद पारी में दो चौके और एक छक्का जड़ा।