पिछले साल गुजरता बनाम कोलकाता के मैच में आईपीएल ने भारत को एक नया सितारा दिया था। उसका नाम था रिंकू सिंह, । यश दयाल की 5 गेंदो पर 5 छक्के लगाकर रिंकू सिंह ने असंभव सा मैच टीम को जिता दिया था। वह अपनी टीम के सबसे विश्वसनीय फिनिशर बन गए।
बुरे फॉर्म और चोट से गुजरे श्रेयस अय्यर टीम के साथ जुड़ गए हैं। लेकिन अब उन्हें यह समझना होगा कि अकेला रिंकू सिंह कब तक कोलकाता को ऐसे अकेले दम पर जिताता रहेगा। अब टीम को एकजुट होकर खेलने की जरूरत है। उम्मीद है टीम से वापस जुड़े गौतम गंभीर इस पर जरूर काम करेंगे।
मजबूती- रिंकू सिंह ही इस टीम की सबसे बड़ी मजबूती नजर आते हैं। वह 5 गेंदो में 5 छक्के सिर्फ तुक्का नहीं थी। उसके बाद ना केवल आईपीएल बल्कि भारतीय टीम को भी उन्होंने तेज पारियां खेलकर मुश्किल से उबारा था।
उनका कद अब इतना बढ़ गया है कि बाद में बल्लेबाजी करने पर कोलकाता के लिए वह अकेले दम पर मैच पलट सकते हैं। मैदान पर उनके उतरने पर रिंकू रिंकू का शोर इसकी बानगी देता है।
टीम ने कुछ बेहतर बल्लेबाज इस बार जोड़े हैं जो उनका बखूबी साथ निभा सकते हैं। अफगानिस्तान के रहमतुल्लाह गुरबाज, इंग्लैंड के फिल साल्ट तेजी से रन बनाने के लिए जाने जाते हैं।
कमजोरी- वैंकटेश अय्यर को कभी दूसरा हार्दिक पांड्या बुलाया जाता था पर अब वह ना ही बल्लेबाजी और ना ही गेंदबाजी में कमाल दिखा पा रहे हैं। सुनील नरेन और आंद्रे रसेल का करियर ढलान पर है। रमनदीप सिंह और अनुकुल रॉय नए हैं।। ऐसे में किसी विश्वसनीय ऑलराउंडर का ना होना कोलकाता की सबसे बड़ी कमजोरी लग रही है।
मौका- कप्तान श्रेयस अय्यर को ईशान किशन और बीसीसीआई के विवाद में कैसे बलि का बकरा बनाया गया वह सब फैंस ने देखा। श्रेयस अय्यर को बतौर बल्लेबाज और कप्तान अपना मूल्य बताने का मौका है। श्रेयस अय्यर को केंद्रीय अनुबंध भी बोर्ड ने नहीं दिया था। ऐसे में अगर वह आईपीएल जीतते हैं तो वह उऩके आलोचकों पर तमाचा होगा।
खतरा - टीम ने रिकॉर्ड 24 करोड़ रुपए खर्च कर ऑस्ट्रेलिया के वामहस्त तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को टीम में शामिल किया है। उनके अलावा कोलकाता की पूरे दल में कोई विश्वसनीय गेंदबाज या स्पिनर नहीं दिख रहा है।
अफगानिस्तान के मुजीबुर रहमान टीम में शामिल हैं पर वह इस प्रारुप में खास कमाल नहीं कर पाए हैं। चेतन सकारिया को मिचेल स्टार्क का साथ देना होगा। गेंदबाजों का अकाल कोलकाता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।