ट्राई चेयरमैन के आधार से जुड़ीं जानकारियां लीक होने के बाद लोगों में आधार को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। इसके बाद एंड्रॉयड फोन पर आधार हेल्पलाइन नंबर सेव होने के बाद अब आधार के डेटा को लेकर सुरक्षा जरूरी है। जानिए आसान तरीके जिससे आपका आधार का डेटा सुरक्षित रहेगा।
वचुर्अल आईडी का प्रयोग : आधार नंबर और उससे जुड़ीं अपनी जानकारियों को खतरे में नहीं डालना चाहते तो आप आधार के वर्चुअल आईडी (VID) का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह 16 अंकों वाला एक तरह का अस्थायी नंबर है जिसे आप जितनी बार चाहें, जनरेट कर सकते हैं, लेकिन 24 घंटे में 2 बार से अधिक इसे जनरेट नहीं कर सकते हैं। जब तक इसे बदलते नहीं हैं, तब तक यह मान्य है। अच्छा होगा अगर आपने किसी के साथ इसे शेयर किया है तो अगले दिन इसे बदल लें ताकि वह दोबारा किसी दूसरे काम के लिए इसका इस्तेमाल न कर सके।
क्यूआर कोड : यूआईडीएआई ने डिजिटली-साइंड क्यूआर कोड की की शुरुआत अप्रैल में की है। इससे किसी भी व्यक्ति का ऑफलाइन वेरिफिकेशन मुमकिन है। इस क्यूआर कोड में डेमोग्राफिक डिटेल के साथ यूजर्स का फोटो भी है। बारकोड रीडर की मदद से सर्विस प्रोवाइडर आधार की वेबसाइट पर जाकर वेरिफिकेशन कर सकता है। इसका लाभ यह है कि आपको आधार का प्रिंटआउट सिर्फ दिखाना है, उसे सर्विस प्रोवाइडर को देने की जरूरत नहीं है। इससे आप अपने आधार का बेजा इस्तेमाल रोक पाएंगे। आधार के पुराने प्रिंटआउट पर यह सुविधा काम नहीं करती है, इससे आपको आधार का नया प्रिंट लेना पड़ेगा।
बायोमेट्रिक लॉक : अपने आधार को सुरक्षित रखने रखने के लिए आप बायोमेट्रिक डेटा को लॉक कर सकते हैं। आधार नंबर जारी करने वाला भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) अपनी बायोमेट्रिक जानकारियां जैसे फिंगरप्रिंट, आंख की पुतली का एक्सेस लॉक करने की सुविधा देता है। इसका मतलब है कि आपके बायोमेट्रिक डेटा को किसी दूसरे के द्वारा एक्सेस नहीं किया जा सकेगा।
आप भी आधार आधारित ट्रांजेक्शन और रिक्वेस्ट को सिर्फ मोबाइल नंबर पर भेजे ओटीपी के जरिए वेरिफाई कर पाएंगे। थंब और आइरिस स्कैन वाली सुविधाएं खत्म हो जाएंगी। हालांकि, आप इसे इस्तेमाल में लाने से पहले अनलॉक भी कर सकते हैं और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आप इसे फिर से लॉक कर सकते हैं।
आपके आधार से आपका मोबाइल नंबर लिंक्ड है या नहीं, यह देखें। अगर नहीं है तो नजदीकी आधार सुविधा केंद्र में एक फॉर्म भरकर मोबाइल नंबर जरूर रजिस्टर्ड कराएं, क्योंकि आधार नंबर के किसी भी तरह के इस्तेमाल के लिए ओटीपी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही आता है।
इस नंबर पर करें शिकायत : आधार के दुरुपयोग की शिकायत फोन नंबर 1947 पर कर सकते हैं। इस नंबर पर सोमवार से शनिवार सुबह 7 से रात 11 और रविवार को सुबह 8 से शाम 5 बजे तक कॉल कर सकते हैं। आप help@uidai.gov.in पर भी शिकायत कर सकते हैं। अगर आपके मोबाइल में UIDAI नाम से 1800-300-1947 नंबर सेव है, तो यह पुराना है। इस नंबर को हटाकर नया नंबर 1947 सेव कर लें।