महबूबा के नेतृत्व में पीडीपी नेता एवं कार्यकर्ता श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर पार्क के पास पार्टी मुख्यालय में एकत्र हुए और वहां से विरोध मार्च की शुरुआत की। मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां थान रखी थीं, जिन पर लिखा था- यह हम सभी पर हमला है, निर्दोषों की हत्या आतंकवादी कृत्य है और निर्दोषों की हत्या बंद करो।
यह मार्च श्रीनगर के प्रसिद्ध लाल चौक पर समाप्त हुआ। प्रदर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में महबूबा ने कहा कि यह हमला सिर्फ मासूम पर्यटकों पर नहीं, बल्कि कश्मीरियत पर भी था। मैं देशवासियों से कहना चाहती हूं कि हम शर्मिंदा हैं। कश्मीरियों का दिल दुखी है और हम दुख की इस घड़ी में आपके साथ खड़े हैं। हम सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए।
महबूबा ने कहा कि पर्यटक कश्मीर में अच्छा समय बिताने आते हैं और उन पर हमला सबसे कायराना कृत्य है। मैं देश के लोगों से कहना चाहती हूं कि हम शर्मिंदा हैं, कश्मीरी शर्मिंदा हैं। दुख की इस घड़ी में हम आपके साथ खड़े हैं। हम चाहते हैं कि सरकार दोषियों को पकड़े, ताकि उन्हें कड़ी सजा मिले।
आतंकवादियों ने मंगलवार दोपहर बैसरन पर्यटन स्थल पर पर्यटकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई। यह हमला पिछले कई वर्षों में कश्मीर में नागरिकों पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक था।