सरकार की छोटे तथा मझौले शहरों को हवाई नेटवर्क में शामिल करने के लिए शुरू की गई क्षेत्रीय संपर्क योजना 'उड़ान' का असर दिख रहा है। ये वे शहर हैं, जो अब तक नियमित विमान सेवा से अछूते थे। इन शहरों से नए ग्राहक विमानन बाजार में जुड़ रहे हैं।
जेट एयरवेज 13.8 प्रतिशत के साथ दूसरे और सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया 12.7 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रही। इसके बाद किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइस जेट की हिस्सेदारी 12.4 प्रतिशत, गो एयर की 8.9 प्रतिशत, एयर एशिया की 4.7 प्रतिशत और विस्तारा की 3.7 प्रतिशत रही।
भरी सीटों के साथ उड़ान भरने (पीएलएफ) के मामले में स्पाइस जेट का प्रदर्शन एक बार फिर सबसे अच्छा रहा। उसकी उड़ानों में औसतन 93.6 प्रतिशत सीटें भरी रहीं। इस मामले में गो एयर 84.6 प्रतिशत के साथ दूसरे, इंडिगो 82.8 प्रतिशत के साथ तीसरे और एयर इंडिया 82.3 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर रही। इनके बाद क्रमश: जेट एयरवेज (82 प्रतिशत), विस्तारा (81.5 प्रतिशत), जेट लाइट (79.2 प्रतिशत), एयर एशिया (76.2 प्रतिशत) और ट्रूजेट (75.7 प्रतिशत) का स्थान रहा।