बेहद फायदेमंद है इस तरह का निवेश, मिलेगा गारंटेड रिटर्न और नहीं डूबेगा आपका पैसा, जानिए फायदे...

नृपेंद्र गुप्ता
जब भी निवेश की बात आती है तो लोगों के जेहन में ज्यादा रिटर्न प्राप्त करने की मंशा रहती है। इसमें कुछ  गलत भी नहीं है। हालांकि यह बात भी उतनी ही सही है कि कभी भी 100 फीसदी निवेश के साथ जोखिम लेना सही नहीं है। अगर आप 100 रुपए निवेश करना चाहते हैं तो आपको इसका कुछ प्रतिशत निवेश सिक्योर्ड जगह पर भी करना चाहिए।
 
जब भी सिक्योर्ड निवेश की बात आती है तो सबसे पहले नाम एफडी का आता है। इसे पारंपरिक निवेश माना जाता है और यह छोटे निवेशकों के लिए वरदान है। इसमें सामान्य बैंक खाते की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है और रकम डूबने का कोई जोखिम नहीं रहता। एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंकों की तुलना में स्माल फाइनेंस बैंक ज्यादा ब्याज देते हैं। जानिए एफडी के 5 बड़े फायदे...
 
कोई जोखिम नहीं : एफडी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको निवेश की शुरुआत में ही बता दिया जाता है कि मैच्यूरिटी पर आपको कितना फायदा होगा। इसमें कोई जोखिम नहीं है। किसी भी स्थिति में न तो उससे  ज्यादा पैसा मिलता है और न ही कम।
 
आयकर में छूट: एफडी करवाने पर आपको आयकर में भी छूट मिलती है। इसमें जमा मूलधन के साथ ही ब्याज पर भी आपको कोई टैक्स नहीं देना होता। हालांकि यदि आपकी एफडी पर किसी एक वित्तीय वर्ष में कमाया गया ब्याज 10 हजार रुपए से ज्यादा है तो उस पर 10 फीसदी के हिसाब से टीडीएस कटेगा। उस पर भी यदि आपने पैन (परमानेंट अकाउंट नंबर) प्रोवाइड नहीं किया हुआ है, तो 20 फीसदी की दर से टैक्स काटा जा सकता है।
 
हर जानकारी लिखित में : इसमें निवेश करने पर आपको एक प्रमाण पत्र दिया जाता है। उसमें निवेश की अवधि, ब्याज दर समेत सभी बातों का उल्लेख रहता है।
 
एफडी की अवधि :  आप 7 दिन से लेकर 10 साल तक कितनी भी अवधि की एफडी करवा सकते हैं। इसके लिए जिस बैंक से आप एफडी करवा रहे हैं उसमें आपका खाता होना भी जरूरी नहीं है।
 
लांग टर्म निवेश में सबसे बेहतर : शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, यूपीआई, गोल्ड ईटीएफ में आपको एफडी से ज्यादा रिटर्न मिलता है लेकिन उसमें जोखिम पैसा कम होना का जोखिम भी बना रहता है। अगर आप लांग टर्म  निवेश की बात करते हैं तो एफडी आपके लिए एक बेहतर विकल्प है।
 
एफडी पर मिलता है लोन : अगर आपको धन की तत्काल आवश्यकता है तो आप एफडी पर लोन ले सकते हैं। सहूलियत के अनुसार आप इसका भुगतान कर सकते हैं। आपको ब्याज तो देना होगा पर एफडी बच जाएगी और  उस पर ब्याज भी मिलेगा।

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख