जानकारी के मुताबिक जेट एयरवेज के करीब 1600 कर्मचारियों, टेक्निकल स्टाफ और मैनेजमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों को सितंबर में आधा वेतन मिला था। उन्हें अब तक अक्टूबर की सैलरी भी नहीं मिली है। जेट एयरवेज के सीईओ विनय दुबे ने कहा था कि करीब 15 फीसदी कर्मचारियों को वक्त पर तनख्वाह नहीं मिली।
हवाई अड्डा शुल्क भरने के लिए मांगा समय : जेट एयरवेज ने हवाई अड्डा शुल्कों के भुगतान के लिए भी अतिरिक्त समय मांगा है। नागर विमानन सचिव राजीव नयन चौबे ने बताया कि जेट एयरवेज हवाई अड्डा संचालकों को शुल्कों का भुगतान करने के लिए अतिरिक्त समय चाहती है। उन्होंने कहा कि यह हवाई अड्डा संचालकों और निजी एयरलाइंस के बीच की बात है तथा सरकार इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी।
एएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि जेट एयरवेज के कुछ शुल्क बकाया हैं। हालांकि उन्होंने बकाया राशि बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण के अपने नियमों तथा विमान सेवा कंपनियों से वित्तीय आश्वासनों को देखते हुए कई बार शुल्क भुगतान के लिए अतिरिक्त समय दिया जाना आम बात है। (वार्ता/वेबदुनिया)