मुंबई। घरेलू बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया (Rupee) 2 पैसे की गिरावट के साथ 83.36 के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.33 पर खुला। फिर शुरुआती सौदों के बाद 83.36 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से दो पैसे की गिरावट है। रुपया गुरुवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.34 पर बंद हुआ था।
इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.79 पर रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.37 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
क्या होगा आप पर असर :
रुपया गिरने से विदेशों से भारत आयात होने वाला सामान महंगा हो सकता है। इससे सोना, कीमती पत्थर, दूरसंचार उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, औद्योगिक मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स, मोम, प्लास्टिक और चिकित्सा उपकरण इत्यादि के दाम बढ़ सकते हैं।
भारत बड़ी मात्रा में कच्चा तेल आयात करता है और इसके लिए डॉलर में भुगतान करता है। ऐसे में रुपए में गिरावट की वजह से भारत में पेट्रोल, डीजल और अन्य पेट्रोलियम उत्पाद महंगे हो सकते हैं।
रुपए के गिरने से विदेश में पढ़ाई कर रहे या वहां पर्यटन के लिए गए लोगों को ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ेगा।
भारतीय कंपनियां विदेश से कम दरों पर कर्ज लेती है। रुपया कमजोर होने से कर्ज जुटाना महंगा होगा और इससे नए रोजगार के सृजन पर असर पड़ सकता है।
आईटी कंपनियों को विदेश के प्रोजेक्ट्स का पैसा डॉलर में मिलता है। ऐसे में रुपए के गिरने से इन्हें फायदा हो सकता है।