टीम में ऑलराउंडर्स की भरमार बना इंग्लैंड की वापसी का कारण

Webdunia
शुक्रवार, 15 जुलाई 2022 (16:42 IST)
लंदन:इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर का मानना है कि इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी अब भी उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन नहीं कर रही है लेकिन कप्तान लॉर्ड्स में टीम के दिखाए गए जज़्बे और सकारात्मकता से प्रसन्न हैं। इंग्लैंड ने एक चुनौतीपूर्ण पिच पर रीस टॉप्ली के छह विकेटों की मदद से 246 के स्कोर का सफल बचाव किया।

इंग्लैंड की 100 रनों की जीत से 48 घंटे पहले कप्तान ने कहा था कि वह दो प्रतिस्पर्धियों वाली दौड़ में तीसरे स्थान पर आए थे। ओवल मैदान पर इंग्लैंड को 10 विकेटों से हार झेलनी पड़ी थी। साथ ही भारत की दमदार बल्लेबाज़ी को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि टी20 सीरीज़ की तरह वनडे सीरीज़ भी मेहमान टीम के पक्ष में जाएगी जब उन्होंने 148 रनों के भीतर इंग्लैंड के छह विकेट झटके थे।

डेविड विली और मोइन अली की 62 रनों की साझेदारी रही टर्निंग प्वाइंट

हालांकि इस बार पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मोईन अली और डेविड विली ने क्रमशः 47 और 41 रनों की महत्वपूर्ण पारियां खेली और टीम को 241 के ऐतिहासिक स्कोर से आगे पहुंचाया। तीन साल पहले इसी मैदान पर इसी दिन इंग्लैंड ने न्यूज़ीलैंड के साथ विश्व कप का फ़ाइनल टाई किया था।

बटलर ने कहा, "हम लॉर्ड्स पर क्रिकेट खेलते रहते हैं और यह कभी भी बल्लेबाज़ी के लिए बेहतरीन पिच नहीं रही है। इसमें कुछ ना कुछ हरकत होती है। यह विश्व कप के फ़ाइनल वाली पिच की तरह थी जो सरल नहीं थी और जिससे रोमांचक मुक़ाबले देखने को मिलते हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "एक लेंथ को पकड़कर रखने पर रन बनाना कठिन था। आपको लग रहा था कि आप बल्ले को बीट करते हुए विकेट निकालेंगे। यह वनडे क्रिकेट की अलग शैली थी जो हम हालिया वर्षों में इंग्लैंड में देखने के अधीन नहीं थे। हमने कुछ बेहतरीन पिचों पर मैच खेले हैं जहां बड़े रन बने हैं।"

कुछ हफ़्तों पहले ही इंग्लैंड ने नीदरलैंड्स के विरुद्ध 498 पर 4 का सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर का रिकॉर्ड बनाया था। हालांकि वनडे क्रिकेट के नंबर एक गेंदबाज़ के नेतृत्व वाले गेंदबाज़ी क्रम का सामना करना एक अलग ही चुनौती है और बटलर प्रसन्न हैं कि टीम ने ओवल में मिली हार के बाद बढ़िया वापसी की जहां बुमराह ने छह विकेट निकाले थे।

बटलर ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि हमने (ओवल में) ख़राब बल्लेबाज़ी की थी। वह बढ़िया गेंदबाज़ी थी जिसने बाहरी और अंदरूनी किनारे निकाले और विकेट के पीछे अद्भुत कैच भी लपके गए। विकेट भी आसान नहीं थी लेकिन यही तो चुनौती है। वनडे क्रिकेट में हम सपाट पिचों के आदी हो चुके हैं जहां बल्लेबाज़ हावी होते हैं। मुझे लगता है कि इन पिचों के कारण हमने क्रिकेट के दो अलग अंदाज़ों को देखा।"

उन्होंने कहा, "आज हमने बल्ले के साथ जो सकारात्मकता दिखाई, उस ही के चलते हम इस स्कोर तक पहुंच पाए। हम बेहतर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं लेकिन सुरक्षित होकर गेंदबाज़ों को हमपर दबाव बनाने के मौक़े देने की बजाय हम सकारात्मक थे और हमने अपने शॉट लगाए जिसने थोड़े और रन हमारे खाते में जोड़ दिए।"

इंग्लैंड कप्तान का कहना है, "एक टीम के तौर पर हमने बल्लेबाज़ी के दौरान सकारात्मक रहने का प्रयास किया है। हम और रन बना सकते थे लेकिन हम जानते हैं कि उस बल्लेबाज़ी क्रम में कितना अनुभव है और मुझे क्रीज़ पर रहने वाले हर एक व्यक्ति पर पूरा भरोसा है कि वह सही निर्णय लेगा और पूरा ड्रेसिंग रूम हमेशा उसका समर्थन करेगा।"

ऑलराउंडर्स ने कप्तान का विकल्प बढ़ाया

बटलर को लगता है कि ऑलराउंडरों का होना उनकी टीम का एक मज़बूत पक्ष है। साथ ही उनके पास ऐसे गेंदबाज़ हैं जो बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। बल्लेबाज़ी में गहराई होने के कारण उनके बल्लेबाज़ खुलकर खेल सकते हैं। उन्होंने कहा, "पहली पारी की समाप्ति पर हमें लगा कि हमने कम रन बनाए। हालांकि हम जानते थे कि शुरुआत में विकेट लेकर हम मैच में बने रह सकते हैं। हमने बेहतरीन गेंदबाज़ी की, गेंदबाज़ों ने बढ़िया शुरुआत की और सभी ने उसे आगे बढ़ाया।"

कल के प्रदर्शन को देखें तो भारत और इंग्लैंड के दोनों ही ऑलराउंडर्स का बढ़िया प्रदर्शन रहा। जहां भारत की ओर से हार्दिक पांड्या और रविंद्र जड़ेजा ने 29 रन बनाए और 2 विकेट लिए वहीं इंग्लैंड के हर ऑलराउंडर के लिए खेल में कुछ था।

मोइन अली ने 47 रन बनाए और हार्दिक पांड्या का विकेट लिया। इसके साथ ही डेविड विली ने 41 रन बनाए और विराट कोहली का विकेट लिया। वहीं लियाम लिविंग्स्टन ने भी 37 रनों की पारी खेली और रविंद्र जड़ेजा को अपनी पहली ही गेंद पर बोल्ड किया।

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