इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले गए मैच के बाद सबकी निगाहें विराट कोहली के खराब फॉर्म पर है लेकिन रोहित शर्मा के लिए भी यह मैच बतौर कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर भुलाने लायक रहा।
रोहित शर्मा अगर नई गेंद के खिलाफ जल्दी आउट होते हैं तो वह सिर्फ 1 ही तरीके से आउट होते हैं। अंदर आती हुई गेंद से, और इंग्लैंड में तो यह काफी बार हो चुका है।
चैंपियन्स ट्रॉफी फाइनल में मोहम्मद आमिर ने उनको ऐसे ही 0 पर रवाना किया था जैसे कल रीस टॉप्ली ने उनको पगबाधा किया। दोनों ही मौकों पर रोहित को रिव्यू भी नहीं बचा पाया।
इंग्लैंड का कोई भी बल्लेबाज 50 रन के आंकड़े को नहीं छू सका था। मोईन अली ने 47(64), डेविड विली ने 41(49) और जॉनी बेयरस्टो ने 38(38) रन बनाये।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और पहली गेंद पर ही इंग्लैंड पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय और बेयरस्टो ने सूझबूझ के साथ बल्लेबाजी करते हुए पहले विकेट के लिये 41 रन जोड़े, लेकिन रॉय हार्दिक पांड्या की गेंद पर लूज़ शॉट खेलकर सूर्यकुमार यादव को कैच पकड़ा बैठे। रॉय ने 33 गेंदें खेलकर दो चौकों और एक छक्के की मदद से 23 रन बनाये।
पहले मैच की तरह इस बार भी इंग्लैंड का मध्यक्रम असफल रहा। रॉय के आउट होने के कुछ समय बाद चहल ने बेयरस्टो को भी बोल्ड करके पवेलियन लौटाया और इसके बाद विकेटों की झड़ी लग गयी। जो रूट (11), बेन स्टोक्स (21) और कप्तान जॉस बटलर(4) का विकेट 30 रन के अंदर गंवाकर इंग्लैंड ने 102 रन पर अपनी आधी टीम को पवेलियन में लौटा हुआ पाया।
इसके बाद लायम लिविंग्स्टन ने मोईन अली के साथ 46 रन की साझेदारी की। पांड्या की गेंद पर आउट होने से पहले लिविंग्स्टन ने दो चौकों और दो छक्कों की बदौलत 33(33) रन बनाये।
आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आये विली ने भी मोईन के साथ 62 रन की साझेदारी की। मोईन ने अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के लगाकर 47 रन जोड़े, जबकि विली ने दो छक्कों और दो चौकों की बदौलत 41 रन बनाये।
इनके अलावा कोई भी इंग्लिश बल्लेबाज महत्वपूर्ण योगदान देने में असफल रहा और इंग्लैंड 246 रन पर ऑल-आउट हो गयी।
भारत के लिये युज़ी चहल ने सर्वाधिक चार विकेट लिये जबकि हार्दिक पांड्या (छह ओवर, 28 रन) और जसप्रीत बुमराह (10 ओवर, 49 रन) को दो-दो विकेट हासिल हुए। मोहम्मद शमी (10 ओवर, 48 रन) और प्रसिद्ध कृष्णा (आठ ओवर, 53 रन) ने एक-एक विकेट अपने नाम किया।