गोल्ड कोस्ट:ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और आखिरी एक दिवसीय मैच में मिली जीत के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय महिला क्रिकेट टीम अब गुरूवार से मेजबान के खिलाफ शुरू हो रहे दिन रात के अपने पहले टेस्ट में उसी लय को कायम रखना चाहेगी।
तीसरा वनडे रविवार को खेला गया और सोमवार को विश्राम का दिन था तो मिताली राज की टीम को इस टेस्ट की तैयारी के लिये दो ही सत्र मिले। वनडे श्रृंखला में भारत को 1-2 से पराजय झेलनी पड़ी थी।
भारतीय टीम पहली बार गुलाबी गेंद से खेल रही है लिहाजा खिलाड़ियों को तनिक भी आभास नहीं है कि चमकदार गुलाबी गेंद का क्या असर होग।
ऑस्ट्रेलिया ने दिन रात का एकमात्र टेस्ट नवंबर 2017 में खेला थ । उसे भी अभ्यास का ज्यादा मौका नहीं मिल सका लेकिन मेट्रिकॉन स्टेडियम की हरी भरी पिच पर उसके तेज गेंदबाज कहर बरपा सकते हैं।
भारत की पूर्व कप्तान और बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की सदस्य शांता रंगास्वामी ने कहा , मैं इसे भारतीय टीम की अग्निपरीक्षा कहूंगी। खिलाड़ियों ने पिछले तीन चार साल में लाल गेंद से ही कम खेला है । दिन रात का टेस्ट तो बिल्कुल ही अलग है और चुनौती काफी कठिन है।
उन्होंने कहा , ऑस्ट्रेलिया के पास टेस्ट क्रिकेट का अनुभव अधिक है लेकिन उनके खिलाड़ियों ने भी हाल में अधिक मैच नहीं खेले हैं। भारत ने वनडे श्रृंखला में दिखा दिया है कि आस्ट्रेलिया को हराया जा सकता है।
हरमनप्रीत कौर की फिटनेस पर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है हालांकि उन्होंने नेट अभ्यास किया। वनडे श्रृंखला में प्रभावी पदार्पण करने वाले तेज गेंदबाज मेघना सिंह, बल्लेबाज यस्तिका भाटिया को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल सकता है।
अनुभवी झूलन , मेघना और पूजा वस्त्रकार तेज आक्रमण का जिम्मा संभालेंगे जबकि स्पिन गेंदबाजी का दारोमदार स्नेह राणा और दीप्ति शर्मा पर होगा। विकेटकीपर तानिया भाटिया की वापसी तय है जबकि वनडे श्रृंखला से बाहर रही पूनम राउत भी खेल सकती हैं।