चंडीगढ़। बलबीर सिंह सीनियर के नाम के साथ हॉकी अभिन्न रूप से जुड़ा है लेकिन यह महान खिलाड़ी भी भारत के सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट की चमक से अछूता नहीं रहा और एक बार उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को कहा था कि आपकी जीत से मेरी सेहत बेहतर होती है। ओलंपिक में लगातार तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा रहे 96 साल के बलबीर सीनियर का सोमवार को मोहाली में निधन हो गया।
धोनी के साथ उनकी मुलाकात चार साल पहले हुई थी जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने विश्व टी20 मुकाबले से पहले मोहाली के पीसीए स्टेडियम में थी। बलबीर सीनियर मैच से पहले भारतीय टीम को शुभकामनाएं देना चाहते थे। धोनी ने उन्हें धन्यवाद दिया और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा जिस पर इस दिग्गज ने हंसते हुए जवाब दिया था, ‘आपकी जीत से मेरी सेहत बेहतर होती है।’
उस समय 92 बरस के बलबीर सीनियर ने कहा था, ‘मैं टीम को तीसरा विश्व खिताब जीतने और स्वर्णिम हैट्रिक पूरी करने की शुभकामना देने आया हूं।’ भारत ने तब ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी लेकिन इसके बाद सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज से हार गई थी। भारत ने धोनी की अगुआई में 2007 में विश्व टी20 और 2011 में 50 ओवर का विश्व कप जीता था।
बलबीर सीनियर स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से जूझ रहे थे और दो हफ्तों से अधिक समय तक उन्हें जीवन रक्षा प्रणाली पर रखा गया था। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईसीसी) ने आधुनिक ओलंपिक इतिहास के जिन 16 महान खिलाड़ियों का चयन किया था उसमें बलबीर सीनियर एकमात्र भारतीय थे।
ओलंपिक के पुरुष हॉकी फाइनल में किसी खिलाड़ी द्वारा सर्वाधिक गोल दागने का रिकॉर्ड अब भी उनके नाम दर्ज है। उन्होंने 1952 हेलसिंकी ओलंपिक खेलों के पुरुष हॉकी फाइनल में नीदरलैंड पर भारत की 6-1 की जीत में पांच गोल किए थे। बलबीर सीनियर को 1957 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया और वह 1975 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर भी रहे। (भाषा)