वेलिंगटन। रोस टेलर के साथ अपने मतभेदों को ‘न्यूजीलैंड क्रिकेट पर काला धब्बा’ करार देते हुए पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम ने कहा कि ऐसा इन दोनों के बीच 2011 में कप्तानी की होड़ के कारण हुआ और स्वीकार किया कि वे अब भी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं लेकिन अच्छे दोस्त नहीं हैं।
अब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय टेलर ने डेनियल विटोरी के विश्व कप 2011 के बाद कप्तानी छोड़ने के बाद यह पद संभाला था। मैकुलम ने ‘स्काई स्पोर्ट्स पोडकास्ट’ से कहा, इससे रोस के साथ मेरी दोस्ती और रिश्तों पर दबाव बढ़ा। मैंने आयु वर्ग से लेकर ही रोस के साथ काफी क्रिकेट खेली थी।
मैकुलम ने कहा कि मैं अंडर-19 टीम का कप्तान था और टेलर मेरे साथ उप कप्तान थे। हम दोनों के बीच हमेशा अच्छे रिश्ते रहे। श्रीलंका के खिलाफ 2012 में टेस्ट श्रृंखला के बाद यह बात सामने आई कि टेलर के तत्कालीन कोच माइक हेसन के साथ रिश्ते बहुत अच्छे नहीं हैं। इसके बाद न्यूजीलैंड को दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और भारत में हार का सामना करना पड़ा।
मैकुलम ने कहा, हमें इस पद के लिए साक्षात्कार के लिए जाना था। एक पैनल के सामने न्यूजीलैंड के भविष्य को लेकर खाका पेश करना था। मैं वास्तव में नहीं जानता था कि हम क्या रहे थे। उन्होंने कहा, अगर मेरे पास समय होता तो मैं कहता, नहीं मैं इस प्रक्रिया से नहीं गुजरना चाहता हूं आप रोस को कप्तान नियुक्त कर दीजिए और फिर उसके बाद देखते हैं कि क्या होता है।
मैकुलम ने कहा, यह न्यूजीलैंड क्रिकेट पर काला धब्बा था और इससे रोस और मुझ पर दबाव बना। इसके बाद मुझे रोस की जगह कप्तान नियुक्त किया गया। मैकुलम ने कहा कि वे टेलर अब भी बहुत अच्छे दोस्त नहीं हैं लेकिन उनके मन में न्यूजीलैंड की तरफ से वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज के लिए भरपूर सम्मान है।
उन्होंने कहा, हम बहुत अच्छे दोस्त नहीं हैं। मेरे मन में उनके लिए बहुत अधिक सम्मान है। उनका प्यारा परिवार और शानदार करियर है। उसने वास्तव में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। टेलर को टेस्ट कप्तान बने रहने का विकल्प दिया गया था, जबकि मैकुलम सीमित ओवरों की टीम की कमान संभालते। टेलर ने हालांकि यह पेशकश ठुकरा दी थी।