गाले टेस्ट में शिखर दोहरे शतक से चूके, पुजारा का नाबाद शतक

Webdunia
बुधवार, 26 जुलाई 2017 (17:50 IST)
गाले। टीम में वापसी करने वाले ओपनर शिखर धवन (190) ने अपने पसंदीदा गाले मैदान में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बना लिया लेकिन वह दोहरे शतक से चूक गए। शिखर की इस लाजवाब पारी और चेतेश्वर पुजारा के नाबाद 144 रन से भारत के श्रीलंका के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन बुधवार को तीन विकेट पर 399 रन का मजबूत स्कोर बना लिया।

शिखर को श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है। ओपनर मुरली विजय के अपनी चोट से न उबर पाने के कारण शिखर को टीम में मौका मिला और इस मौके का उन्होंने दोनों हाथों से भरपूर फायदा उठाया। शिखर ने 168 गेंदों पर 31 चौकों की मदद से 190 रन की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेल डाली। शिखर का दुर्भाग्य रहा कि वह अपने पहले दोहरे शतक से 10 रन दूर रह गए।
         
दिल्ली के शिखर ने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 253 रन की जबरदस्त साझेदारी की। पुजारा ने अपने करियर का 12वां शतक बनाया जबकि शिखर का ओवरऑल यह पांचवां शतक था। दोनों के बीच जबरदस्त साझेदारी ने भारत को दिन की समाप्ति तक बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। पुजारा ने 247 गेंदों पर 144 रन में 12 चौके लगाए।
          
पुजारा के साथ दिन के खेल की समाप्ति तक अजिंक्य रहाणे 94 गेंदों में एक चौके की मदद से 39 रन बनाकर क्रीज पर थे। ओपनर अभिनव मुकुंद 12 और कप्तान विराट कोहली तीन रन बनाकर आउट हुए। भारत की पारी के तीनों विकेट नुवान प्रदीप ने 18 ओवर में 64 रन देकर लिए। 
 
सलामी बल्लेबाज शिखर ने अपनी सार्थकता और चयन दोनों साबित करते हुए 190 रन की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेल डाली। तीन टेस्टों की सीरीज के लिए पहले टीम में शामिल नहीं किए गए धवन को मुरली विजय की जगह टीम के साथ श्रीलंका आने का मौका मिला और उन्होंने इसे हाथ से जाने नहीं दिया। ओपनिंग में उतरे धवन ने 168 गेंदों में 31 चौके लगाकर 190 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली जो उनके टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी भी है।
                
हालांकि वह अपने पहले दोहरे टेस्ट शतक से केवल 10 रन दूर रह गए और नुवान प्रदीप ने उन्हें एंजेलो मैथ्यूज के हाथों कैच कराकर उन्हें इस उपलब्धि से वंचित कर दिया। धवन ने इसी मैदान पर अपना आखिरी टेस्ट शतक बनाया था। 
 
उन्होंने भारत के आखिरी श्रीलंका दौरे में वर्ष 2015 में 12 अगस्त को मैच में 134 रनों की पारी खेली थी।  शिखर ने 2015 के उस टेस्ट के दो साल बाद जाकर अपना पांचवां शतक बनाया है। इन दो वर्षों के बीच उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक बनाया था जो जुलाई 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ नॉर्थ साउंड में 84 रन के रूप में था।
        
31 वर्षीय बल्लेबाज ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली टेस्ट में 187 रन की पारी खेली थी, जो उनके टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी थी। यह उनका पांचवां टेस्ट शतक है लेकिन अब उन्होंने गाले में अपने 190 रन के स्कोर से इसे पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने दूसरे छोर पर टिके हुए चेतेश्वर पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 253 रन की बड़ी साझेदारी भी की।
        
दोनों ने भारतीय टीम को शुरुआती झटके से उबारा। कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय किया। हालांकि उसे ओपनिंग क्रम के बल्लेबाज अभिनव मुकुंद का विकेट मात्र 27 के स्कोर पर सस्ते में गंवाना पड़ गया जो 12 रन बनाकर नुवान प्रदीप की गेंद पर विकेटकीपर निरोशन डिकवेला को कैच दे बैठे। 
       
लेकिन इसके बाद धवन और दूसरे छोर पर टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने लंच तक टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। लंच तक भारत का स्कोर 115 पहुंच गया। गाले इंटरनेशनल स्टेडियम में चल रहे मैच में शिखर ने लंच तक आठ चौके लगाकर नाबाद 64 और पुजारा ने 37 रन बना लिए थे।
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