कोलकाता। ओपनरों शिखर धवन (94) और लोकेश राहुल (नाबाद 73) के बीच भारत के लिए सात साल बाद दूसरी पारी में शतकीय ओपनिंग साझेदारी की बदौलत विश्व की नंबर एक टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ यहां ईडन गार्डन में पहले क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन रविवार को शानदार वापसी करते हुए दूसरी पारी में एक विकेट पर 171 रन बना लिए।
भारतीय टीम पहली पारी में 172 रन पर लुढ़क गई थी जबकि श्रीलंका ने 294 रन बनाकर 122 रन की मजबूत बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन दूसरी पारी में दोनों भारतीय ओपनरों ने गजब की बल्लेबाजी की और मैच को ड्रॉ की ओर धकेल दिया। भारत की दूसरी पारी के 39.3 ओवर के बाद खराब रोशनी के कारण चौथे दिन का खेल समाप्त करना पड़ा। भारत के पास अब 49 रन की बढ़त हो गई है और उसके नौ विकेट बाकी हैं।
शिखर का दुर्भाग्य रहा कि वे 94 रनों की बेहतरीन पारी खेलने के बाद आउट हो गए और एक यादगार शतक से चूक गए। शिखर अपने सातवें टेस्ट शतक से मात्र छ: रन दूर रह गए। शिखर का विकेट जब गिरा तो ओपनिंग साझेदारी में 37.1 ओवर में 166 रन जुड़ चुके थे और भारत खतरे से बाहर हो चुका था। शिखर ने 116 गेंदों पर 94 रन की आक्रामक पारी में 11 चौके और दो छक्के लगाए।
शिखर और राहुल के बीच शतकीय साझेदारी 2010 के बाद दूसरी पारी में पहली ओपनिंग शतकीय साझेदारी है। इससे पहले भारत ने सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरी पारी में शतकीय साझेदारी की थी। दोनों ओपनरों में राहुल ने पहले अपने 50 रन पूरे किए। उन्होंने इसके लिए 65 गेंदें खेलीं और सात चौके लगाए।
शिखर अपने 50 रन तक 74 गेंदों में सात चौकों की मदद से पहुंचे। दिन की समाप्ति पर राहुल 113 गेंदों में आठ चौकों की मदद से 73 रन और चेतेश्वर पुजारा दो रन बनाकर क्रीज पर थे। बाएं हाथ के बल्लेबाज शिखर जब अपने शतक के करीब पहुंच रहे थे तब दानुस शनाका की गेंद पर विकेटकीपर निरोशन डिकवेला के हाथों लपके गए। शिखर ने बाहर निकलकर ड्राइव करने की कोशिश की थी और गेंद बल्ले का महीन किनारा लेकर विकेटकीपर के हाथों में चली गई। हालांकि गेंदबाज ने अपील नहीं की, लेकिन अन्य फील्डरों की अपील पर अंपायर नाइजल लोंग ने उंगली उठा दी।
शिखर ने तुरंत डीआरएस का सहारा लिया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और वे आउट करार दिए गए। शिखर और भारत के लिए यह गहरा झटका था, लेकिन दिल्ली के इस बल्लेबाज़ ने अपनी उम्दा पारी से भारत को गहरे संकट से बाहर निकाल दिया। शिखर पहली पारी में आठ और लोकेश राहुल पहली ही गेंद पर आउट हुए थे।
राहुल ने दूसरी पारी में गज़ब का जज्बा दिखाया और ईडन गार्डन की पिच से समाप्त हो चुके डंक का पूरा फायदा उठाया। पिच पहले दिन जैसा व्यवहार कर रही थी, वे चौथे दिन तक जाते जाते पूरी तरह बदल गया और बल्लेबाजों की राह आसान हो गई।
भारत को कल सुबह का सत्र सावधानी से निकालना है जिसके बाद मैच ड्रॉ की ओर बढ़ जाएगा। शिखर के आउट होने के बाद पुजारा मैदान में उतरे और वे नौ गेंदों में दो रन बनाकर क्रीज पर हैं। पुजारा ने इस मैच में एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। वे लगातार एक मैच के चौथे दिन बल्लेबाजी करने उतरे हैं।
इससे पहले भारत के तेज़ गेंदबाजों ने श्रीलंकाई पारी के सभी 10 विकेट निकालने का कारनामा करते हुए मेहमान टीम को भारी बढ़त बनाने से रोक दिया। तेज़ गेंदबाज मोहम्मद शमी ने घरेलू मैदान पर श्रीलंका के मध्यक्रम को नियंत्रित किया। तीनों तेज़ गेंदबाजों की तिकड़ी भुवनेश्वर कुमार (चार विकेट), मोहम्मद शमी (चार विकेट) और उमेश यादव (दो विकेट) ने श्रीलंका की पूरी पारी को मिलकर समेटा।
श्रीलंका को 122 रन की बढ़त दिलाने में नौवें नंबर के बल्लेबाज़ रंगना हेरात (67) की महत्वपूर्ण अर्द्धशतकीय पारी का योगदान रहा। श्रीलंका ने पहली पारी में 83.4 ओवर में कुल 294 रन का स्कोर बनाया जिससे उसे 122 रन की अहम बढ़त हाथ लगी। हेरात ने 105 गेंदों में 9 चौके जड़कर साहसी 67 रन बनाए। लाहिरू तिरिमाने ने 51 रन, एंजेलो मैथ्यूज ने 52 ने और हेरात ने 67 रन की तीन अर्द्धशतकीय पारियां खेलीं।
भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंकाई टीम की बढ़त को लंच तक 91 रन तक रोके रखा जिसमें शमी की अहम भूमिका रही जो मैच के दूसरे दिन कुछ अनफिट दिखाई दे रहे थे। हालांकि श्रीलंकाई ऑलराउंडर हेरात के टिकने से भारतीय गेंदबाजों को कुछ मुश्किल जरूर हुई। इससे पहले सुबह मेहमान टीम ने दिन की शुरुआत कल के चार विकेट पर 165 रन से आगे की थी। (वार्ता)