नॉर्थ साउंड (एंटीगा):पिछले 14 सत्र में आठ बार फाइनल खेलकर चार खिताब जीत चुकी भारतीय टीम अंडर 19 विश्व कप इतिहास की सबसे कामयाब टीम है और इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को फाइनल में यश धुल की टीम इस दबदबे पर मुहर लगाने के इरादे से उतरेगी।
भारत की नजरें रिकॉर्ड पांचवें खिताब पर है और मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह मुश्किल भी नहीं लग रहा। दूसरी ओर इंग्लैंड का इरादा भी इतिहास रचने का है और दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है।
मौजूदा टीम में से कुछ ही खिलाड़ी सीनियर स्तर पर खेल सकेंगे लेकिन शनिवार को अपने प्रदर्शन से आईपीएल की आगामी मेगा नीलामी के लिये टीमों का ध्यान खींचने में जरूर कामयाब होगा। यानी उनके पास अपनी तकदीर बदलने का यह सुनहरा मौका है।
बल्लेबाजी में जहां व्यक्तिगत प्रदर्शन देखने को मिला , वहीं गेंदबाजों ने एक ईकाई के रूप में प्रभावित किया है।
राजवर्धन हंगरगेकर और रवि कुमार ने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को परेशान किया तो विकी ओस्तवाल ने स्पिन गेंदबाजी का मोर्चा बखूबी संभाला। वह 10 .75 की औसत से 12 विकेट ले चुके हैं।रशीद ने कहा , हमारी टीम बहुत अच्छी है और हम फाइनल जीतेंगे।
अंडर 19 सितारों को धुरंधरों से भी काफी कुछ सीखने को मिल रहा है। 2008 में अंडर 19 टीम के कप्तान के तौर पर विश्व कप जीतने वाले विराट कोहली ने उन्हें बताया कि फाइनल का दबाव कैसे झेलना है।
खिताब और भारत के बीच इंग्लैंड की टीम है जो आखिरी बाद 1998 में फाइनल में पहुंची थी जब उसने अब तक का एकमात्र खिताब जीता था।
अफगानिस्तान के खिलाफ तनावपूर्ण सेमीफाइनल के बाद अब इंग्लैंड की नजरें 24 साल से खिताब का इंतजार खत्म करने पर लगी है। टूर्नामेंट में भारत की तरह की अपराजेय रही टॉम प्रेस्ट की टीम के पास प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। प्रेस्ट अभी तक 73 की औसत से 292 रन बना चुके हैं जबकि तेज गेंदबाज जोशुआ बॉयडेन ने 13 विकेट लिये हैं।
भारतीय बल्लेबाजों को कलाई के स्पिनर रेहान अहमद को संभलकर खेलना होगा जो बीच के ओवरों में विकेट ले रहे हैं। फाइनल का नतीजा जो भी हो , भारतीय युवा खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है लेकिन अपने लिये इतने ऊंचे मानदंड कायम करने वाले इन खिलाड़ियों का लक्ष्य अब इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने का होगा।