पार्ल (दक्षिण अफ्रीका ): भारत के वनडे उपकप्तान जसप्रीत बुमराह ने सोमवार को कहा यदि उन्हें मौका दिया जाता है तो वह 50 ओवर फॉर्मेट में कप्तानी करने के लिए तैयार हैं।
बुमराह ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा ,'यदि मौका दिया जाता है तो यह एक बड़ा सम्मान होगा। मुझे नहीं लगता कि कोई भी खिलाड़ी इसके लिए न कहेगा।'
विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के मुद्दे पर बुमराह ने कहा कि यह उनका फैसला है और हर किसी को इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा,'विराट अपने शरीर को अच्छी तरह जानते हैं। वह अपनी मानसिकता को भी जानते हैं। हमें इसका सम्मान करना चाहिए। उनकी कप्तानी में खेलना ख़ुशी की बात रही है। मैंने उन्हीं के तहत अपना पदार्पण किया था।' बुमराह ने साथ ही कहा कि हालांकि उन्होंने कप्तानी छोड़ दी है लेकिन वह अब भी टीम के लिए एक अनमोल हीरे की तरह हैं।
हालांकि फिलहाल की स्थिति के मुताबिक देखा जाए तो यह दूर की कौड़ी लगती है। भारत के पास रोहित शर्मा, केएल राहुल और ऋषभ पंत जैसा विकल्प है। शायद ही चयनकर्ता जसप्रीत बुमराह की ओर रुख करें।
आखिरी बार एक गेंदबाज को टेस्ट कप्तानी साल 2007-8 में मिली थी जब कोच राहुल द्रविड़ ने कप्तानी छोड़ी। इसके बाद अनिल कुंबले को टेस्ट कप्तानी सौंपी गई थी।
हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में पेट कमिंस को टेस्ट कप्तानी सौंपी है और टीम ने चिर प्रतिद्वंदी इंग्लैंड को एशेज में 4-0 से धूल चटा दी है। अब देखना होगा क्या भारतीय चयनकर्ता भी ऐसा ही सोचते हैं या नहीं।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में बुमराह उप कप्तान की भूमिका निभाएंगे और उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी लेना और टीम के साथियों की मदद करना उनका स्वाभाविक गुण है।
बुमराह ने कहा, मैं इस स्थिति को उसी तरह से देखता हूं। जिम्मेदारी लेना और खिलाड़ियों से बात करना और उनकी मदद करना हमेशा से मेरा नजरिया रहा है और स्थिति कैसी भी हो यह हमेशा मेरा नजरिया बना रहेगा।
बुमराह ने इसके साथ ही कहा कि कोहली ने अपने साथी खिलाड़ियों को टीम बैठक के दौरान कप्तानी छोड़ने के फैसले के बारे में बता दिया था और टीम उनके फैसले का सम्मान करती है।