WTC फाइनल से पहले ट्रेंट बोल्ट ने कहा ,'भारत को इंग्लैंड ना समझे'

Webdunia
मंगलवार, 15 जून 2021 (15:52 IST)
साउथम्पटन:न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का मानना है कि भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में इंग्लैंड पर मिली जीत मायने नहीं रखेगी ।
 
न्यूजीलैंड की टीम 18 जून से होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिये मंगलवार को यहां पहुंच गई । इससे पहले उसने दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को आठ विकेट से हराकर श्रृंखला 1 . 0 से जीती ।
 
दूसरे टेस्ट में छह विकेट लेने वाले बोल्ट ने कहा ,‘‘ मुझे नहीं लगता कि यह बहुत मायने रखता है । अच्छी तैयारी हर किसी के लिये अच्छी होती है।’’बोल्ट पहला टेस्ट नहीं खेल सके थे। उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे इस सप्ताह खेलने का बेताबी से इंतजार है । उम्मीद है कि हम लय कायम रख सकेंगे।’’
 
न्यूजीलैंड के लिये 73 टेस्ट खेल चुके बोल्ट ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग के कारण सभी खिलाड़ी एक दूसरे को जानते हैं तो थोड़ी बहुत छींटाकशी देखने को मिलेगी।
 
बोल्ट आईपीएल में गत चैम्पियन मुंबई इंडियंस के लिये खेलते हैं। उन्होंने कहा ,‘‘ कुछ आईपीएल खिलाड़ियों को हम जानते हैं । मैने अभी तक मुंबई इंडियंस के किसी खिलाड़ी को नहीं देखा लेकिन मुझे यकीन है कि कुछ हंसी मजाक और छींटाकशी होगी । सामाजिक दूरी का पालन किया जायेगा क्योंकि यह हालात अलग हैं ।’’
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New Zealand pacer Trent Boult is "eager to play a big part" in the inaugural ICC #WTC21 Final  pic.twitter.com/EdyNg3VGuH

— ICC (@ICC) June 15, 2021 >
एजबेस्टन टेस्ट में न्यूजीलैंड की विजेता टीम का हिस्सा रहे ट्रेंट बोल्ट ने कहा'मुझे शुरुआत में इस मैच में खेलने की उम्मीद नहीं थी। बाद में स्थितियां ठीक हो गईं और मैं खुद मौका लेना चाहता था। मुझे लगता है कि मैदान में उतरना निश्चित रूप से बेहतर होगा।'

उन्होंने कहा, 'नेट पर प्रैक्टिस करना मैच खेलने जैसा नहीं है। मैच में आपके पास दिन में 3, 4 या 5 बार वापसी करने का मौका होता है। तैयारी का इससे बेहतर तरीका कुछ और नहीं हो सकता है। 'मुझे उम्मीद है कि इससे मैं बेहतर स्थिति (विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल  के लिए) में रहूंगा।'

'पैर की उंगलियों में थोड़ा दर्द है, लेकिन ऐसा तब होता है जब आप जूते पहन कर 30 ओवर गेंदबाजी करते है। मैं साउथैम्प्टन में अगले सप्ताह होने वाले मैच को लेकर उत्साहित हूं। अगले कुछ दिनों में यहां मिले अवसर को लेकर भी उतना ही उत्साहित हूं।' 

नहीं लगता कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेलने से न्यूजीलैंड को बहुत फायदा होगा: स्टीड
 
साउथम्पटन:इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट की श्रृंखला खेलना का निश्चित तौर पर फायदे की स्थिति थी लेकिन न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड को नहीं लगता कि यह उतनी बड़ी बात है जितना विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में उनके प्रतिद्वंद्वी भारत को मैच खेलने का मौका नहीं मिलने के कारण इसे बना दिया गया है।
 
न्यूजीलैंड ने डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले इंग्लैंड को दो टेस्ट की श्रृंखला में हराया। फाइनल 18 जून से यहां खेला जाना है।आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में न्यूजीलैंड के लिए फायदे की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर स्टीड ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि यह फायदे की स्थिति है या नुकसान की, यह अच्छा है कि हम यहां आकर कुछ क्रिकेट खेलने में सफल रहे।’’
 
स्टीड ने साथ ही कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग के बीच में ही स्थगित होने के कारण भारत के शीर्ष स्टार खिलाड़ियों को तरोताजा होने का मौका मिला और अगर यह टी20 लीग मई के अंत तक चलती तो ऐसा नहीं होता।
 
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह भारत के लिए फायदे की स्थिति है कि आईपीएल का पूरा टूर्नामेंट नहीं हुआ इसमें कोई संदेह नहीं कि एक कोच के रूप में मुझे खुशी है कि हमें यहां समय बिताने और कुछ टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिला। मुझे लगता है कि यह हमारी टेस्ट मैच की तैयारी के लिए अच्छा है।’’
 
स्टीड ने कहा, ‘‘डब्ल्यूटीसी फाइनल का हिस्सा होना विशेष है और खुशी की बात है।’’न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजी विकल्पों के बारे में स्टीड ने कहा, ‘‘ऐसी समस्या होना अच्छा है। मैट हेनरी ने पिछले टेस्ट में शानदार गेंदबाजी की। पिछले कुछ समय तक वह टीम में बैकअप विकल्प के तौर पर शामिल था।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘हमें मैट की क्षमता के बारे में पता है, विशेषकर इंग्लैंड के हालात है। मुझे लगता है कि गेंद को स्विंग कराने की क्षमता के कारण वह थोड़ा अलग तरह का विकल्प देता है। कोलिन डिग्रैंडहोम की 15 सदस्यीय टीम में वापसी हुई है इसलिए हमारे पास छह अच्छे तेज गेंदबाज हैं जिसमें से हम फाइनल के लिए चुन सकते हैं।’’
 
भारतीय कोच रवि शास्त्री के डब्ल्यूटीसी फाइनल के तीन मैचों की श्रृंखला होने के सुझाव पर स्टीड ने कहा, ‘‘मुझे पता है कि रवि शास्त्री ने तीन टेस्ट की श्रृंखला की संभावना के बारे में बात की है, मैं निश्चित तौर पर इसके खिलाफ नहीं हूं लेकिन सबसे मुश्किल चीज आईसीसी के कैलेंडर में इसके लिए जगह ढूंढना है।’’(भाषा)