कानपुर के ग्रीन पार्क में भारत बनाम न्यूजीैलैंड टेस्ट मैच में खेले जा रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन के पहले सत्र में एक रोचक वाक्या हुआ।
इस सत्र के दौरान अश्विन और अंपायर नितिन मेनन के बीच बहस भी हुई। इससे पहले अश्विन जब विलियमसन को गेंदबाजी कर रहे थे तो उनके फॉलोथ्रू को लेकर मेनन ने ऐतराज जताया। अश्विन फॉलोथ्रू में डेंजर एरिया में जा रहे थे और अंपायर ने उन्हें कई बार टोका। अंपायर का कहना था कि वह सामने आयेंगे तो उन्हें फैसले लेने में दिक्कत होगी क्योंकि कुछ नजर नहीं आयेगा। अश्विन और कप्तान अजिंक्य रहाणे से बात करने के बाद मामला सुलझ गया।
करीब 400 गेंदों के इतंजार के बाद आज पहले सत्र में केएस भरत के कारण ही भारत को पहला विकेट लेने में मदद मिली। उन्होंने विल यंग का एक लो कैच पकड़ा। इस कैच की अपील पर भरत आत्मविश्वास से लबरेज थे लेकिन अंपायर ने उंगली नहीं उठाई थी।
भरत ने तुरंत रिव्यू के लिए अपने कप्तान को मनवा लिया और भारतीय टीम ने रिव्यू लिया। स्निको मीटर ने भी निराश नहीं किया और विल यंग को 89 रन बनाकर पवैलियन का रुख करना पड़ा और वह अपना शतक चूक गए।
इस टेस्ट में अंपायरिंग सवालों के घेरे में रही है। कल टॉम लेथम को मैदानी अंपायर नितिन मेनन, सुधीर चौधरी ने इशांत शर्मा, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा की गेंदो पर ऑउट करार दे दिया था लेकिन उन्हें फैसला बदलना पड़ा।इसके अलावा अश्विन के पास एक अतिरिक्त विकेट आ सकता था लेकिन अंपायर नितिन मेनन ने उंगली नहीं उठाई और भारत भी रिव्यू नहीं ले पाया।