एक दौर था जब दुनिया के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की सलामी जोड़ी पर यह निर्भर करता था कि भारत मैच जीतेगा या नहीं। फिर कुछ सालों बाद युवा चेहरे आए लेकिन यह जोड़ी लंबे समय तक सलामत रही।
सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने लंबे समय तक भारत के लिए पारी की शुरुआत की तब भी जब गांगुली कप्तान बना दिए गए, क्योंकि सचिन का रिकॉर्ड कप्तानी में खासा खराब था।
अगर यह कहें कि सौरव गांगुली को सबसे अच्छे से जानने वाले लोगों में एक सचिन तेंदुलकर का भी नाम है तो गलत नहीं होगा। आज सचिन तेंदुलकर ने यह भी बताया कि वह दादा को दादी क्यों कहते हैं।
अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो अपलोड करके यह बताया कि वह सौरव गांगुली को दादी क्यों कहते हैं।दरअसल 13 साल की उम्र में जब मास्टर ब्लास्टर बंगाल टाइगर से मिले थे तो उन्होंने दादा की जगह दादी कह दिए थे।